काछार जिला कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि वैज्ञानिक सलाहकार समिति (SAC) 2024-25 की बैठक संपन्न
प्रे.स. शिलचर, 18 फरवरी: मंगलवार सुबह 9:30 बजे, कछार जिले के माछीमपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के बी.आर. दत्ता ऑडिटोरियम में कृषि वैज्ञानिक सलाहकार समिति (SAC) 2024-25 की बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रगतिशील किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के बीच गहन विचार-विमर्श हुआ।
मुख्य अतिथियों का सम्मान और उद्घाटन
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि कछार जिले के उपायुक्त मृदुल यादव, असम कृषि विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. मनोरंजन नेओग, श्रीभूमि कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक ए.एस. जमान सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों को कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा उत्तरीय पहनाकर सम्मानित किया गया।
कृषि के विकास पर जोर
बैठक को संबोधित करते हुए कछार जिले के उपायुक्त मृदुल यादव ने कहा कि “किसानों का विकास अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि वे हमारे अन्नदाता हैं और देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार हैं। यदि किसानों का आर्थिक और तकनीकी विकास किया जाए, तो संपूर्ण राष्ट्र की प्रगति संभव है।” उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक खेती के तरीकों को बढ़ावा देना, उन्नत बीज और खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करना, सिंचाई प्रणाली में सुधार लाना, सस्ते कृषि ऋण उपलब्ध कराना और फसल के लिए उचित बाजार मूल्य दिलाना अति आवश्यक है। साथ ही, किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण, फसल संरक्षण और कृषि-आधारित उद्योगों की स्थापना से उनकी आय में वृद्धि होगी, जिससे कृषि क्षेत्र अधिक लाभदायक बन सकेगा।
असम कृषि विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. मनोरंजन नेओग ने अपने संबोधन में कहा कि “सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों से यदि किसानों का जीवन स्तर सुधारा जाए, तो देश खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकता है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।”
श्रीभूमि कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक ए.एस. जमान ने वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि “कृषि विभाग और किसानों के समन्वित प्रयास से कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार किया जा सकता है। यदि वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाया जाए, तो कृषि उत्पादन और किसानों की आय में वृद्धि संभव है।”
बैठक में कृषि के विकास पर अहम सुझाव
बैठक का संचालन कछार जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक हिमांशु मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि “प्रत्येक वर्ष यह बैठक आयोजित की जाती है, ताकि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की जा सके और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की जा सके। किसानों से प्राप्त सुझावों के आधार पर हम आगामी योजनाओं को लागू करेंगे।”
बैठक में कछार जिले के कृषि अधिकारी ए.आर. अहमद, श्रीभूमि के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक पी. चौधरी, जिला पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. जितेंद्र ब्रायन, जिला मत्स्य पालन अधिकारी एच.पी. दास सहित अन्य अधिकारी, वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।