नयी दिल्ली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने लोगों से भारत विरोधी और विध्वंसकारी शक्तियों के षड्यंत्रों से सावधान रहने की अपील की है। संघ ने दावा किया कि ऐसी ताकतें कोविड -19 की दूसरी लहर (Coronavirus Latest Update) के कारण उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों का लाभ उठाकर देश में नकारात्मकता और अविश्वास का माहौल बना सकती हैं। आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेस होसबाले ने संघ और स्वयंसेवकों और सामाजिक और धार्मिक संगठनों से इन चुनौतियों से निपटने में आगे आने को कहा।
दरअसल, देश में संक्रमण की दूसरी लहर के कारण अनेक राज्यों में गंभीर चुनौती उत्पन्न हो गई है। कई राज्यों में अस्पतालों में चिकित्सीय ऑक्सीजन की कमी के संकट का सामना सामना करना पड़ रहा है। देश में कोविड-19 के एक दिन में 3,46,786 नए मामले सामने आने के साथ शनिवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,66,10,481 हो गए। वहीं, 2,624 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,89,544 हो गई। होसबोले ने कहा, ‘ऐसी स्थिति में संभव है कि भारत विरोधी शक्तियां लाभ उठाकर देश में नकारात्मकता और अविश्वास का वातावरण बनाए। ऐसे में लोगों को विध्वंसकारी शक्तियों के षड्यंत्रों से सावधान रहना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता समाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए देशभर में विभिन्न प्रकार की सेवाओं को सक्रिय रूप से चला रहे हैं।
आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को जारी अपने एक बयान में कहा, ‘कोविड महामारी का संक्रमण एक बार फिर भयानक चुनौती बनकर देश के सम्मुख खड़ा हुआ है। महामारी की संक्रामकता और भीषणता इस बार पहले से भी अधिक गम्भीर है। इसकी क्रूरतापूर्ण मार आज देश के अधिकांश भागों को झेलनी पड़ रही है। बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होकर अस्पताल में दाखिल हो रहे हैं। सैकड़ों परिवारों ने अपने प्रियजनों को भी खोया है। इस आपदा में संत्रस्त सभी देशवासियों के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता है।’ दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि परिस्थिति विकट है, पर समाज की शक्ति भी कम नहीं होती। विषमतम संकटों से जूझने की हमारी क्षमता जगविदित है। हमारा विश्वास है कि धैर्य और मनोबल बनाए रखते हुए संयम, अनुशासन एवं परस्पर सहयोग के द्वारा हम इस भीषण परिस्थिति में भी अवश्य विजयी होंगे। उन्होंने कहा कि महामारी के अचानक विकराल रूप लेने से अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन या दवा जैसे आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण कष्टों का सामना करना पड़ रहा है।
भारत जैसे विशाल देश में समस्या का स्वरूप भी बड़ा आकार ले लेता है। केंद्र और राज्य के शासन और प्रशासन और स्थानीय निकायों की ओर से समस्या के निराकरण हेतु व्यापक प्रयास हो रहे हैं। चिकित्सा और स्वच्छता क्षेत्र के सभी लोग पहले की तरह जान हथेली पर रखकर तत्परता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। होसबोले ने कहा कि समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हमेशा की भांति देश भर में विभिन्न प्रकार के सेवा कार्यों में सक्रिय हैं। अनेक धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं के साथ सामान्य समाज भी स्वप्रेरणा से चुनौती की गम्भीरता को समझ कर सभी प्रकार के प्रयासों में जुट गया है।