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शिलचर, 20 दिसंबर 2024: क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, शिलचर में केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद के दिशा-निर्देशों के तहत राजभाषा हिंदी के उत्थान और कार्यालयों में इसे व्यवहारिक बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय ऑनलाइन हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विषय था: “कार्यालयीन हिंदी को सरल बनाने की आवश्यकता और महत्व”।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाषा विशेषज्ञ विकास कुमार उपाध्याय, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक, नवोदय विद्यालय, काछार, ने हिंदी भाषा की महत्ता और इसे कार्यालयों में सरल व व्यवहारिक बनाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में संस्थान के प्रभारी अनुसंधान अधिकारी, डॉ. अख्तर हुसैन जमाली ने हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया और कर्मचारियों को इस दिशा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यशाला का संचालन डॉ. उज़मा सिद्दीकी ने किया, जबकि स्वागत भाषण डॉ. अब्दुल्लाह, राजभाषा अधिकारी ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अब्दुल अलीम, अनुसंधान अधिकारी, यूनानी संस्थान द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन में डॉ. श्रीनिवासन, डॉ. फातिमा अंजुम, डॉ. शकीब खान, डॉ. आमिर और डॉ. बकी बिल्लाह ने सक्रिय योगदान दिया। कार्यशाला ने हिंदी को सरल और प्रभावी बनाने की दिशा में जागरूकता और प्रेरणा प्रदान की।