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क्षेत्रीय राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता कोलकाता में सफलतापूर्वक संपन्न
कोलकाता, 19 नवंबर 2025: भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता (एनजीएससी) के पूर्वी क्षेत्रीय दौर का कोलकाता के भारतीय भाषा परिषद ऑडिटोरियम में अत्यंत उत्साह और देशभक्ति के साथ सफल समापन हुआ। क्षेत्र के 7 विद्यालयों के छात्रों ने इसमें भाग लिया और भावपूर्ण देशभक्ति गीतों के माध्यम से राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण का शानदार प्रदर्शन किया। भारत विकास परिषद पिछले 58 वर्षों से इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है, जिससे लाखों युवा छात्रों को भारत की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय गौरव का उत्सव मनाने के लिए प्रेरणा मिलती रही है। इस वर्ष का कोलकाता क्षेत्रीय आयोजन भी जीवंत प्रस्तुतियों और व्यापक भागीदारी के साथ इस परंपरा को आगे बढ़ाता रहा।
मुख्य अतिथि, श्री भोमराज सरावगी ने बच्चों की प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा, “ये बच्चे हमारे राष्ट्र की सांस्कृतिक भावना के सच्चे वाहक हैं। उनका समर्पण और उत्साह दिखाता है कि भारत के युवाओं में देशभक्ति कितनी गहराई से रची-बसी है। एनजीएससी जैसी प्रतियोगिताएं मजबूत मूल्यों और एकता को बढ़ावा देती हैं।”
विशेष अतिथि, श्री दिनेश अडुकिया ने छात्रों के अनुशासन और तैयारी की सराहना करते हुए कहा, “संगीत में एकजुट करने, प्रेरित करने और uplift करने की अद्भुत शक्ति है। इन युवा टीमों को इतनी भावनाओं के साथ गाते देखकर मुझे देश के भविष्य के लिए आशा मिलती है। मैं भारत विकास परिषद को युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बधाई देता हूँ।”
माननीय अतिथि, श्री विश्वनाथ अग्रवाला ने प्रतियोगिता के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “देशभक्ति गीत ऐसे संदेश हैं जो राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करते हैं। आज की प्रस्तुतियाँ वाकई उल्लेखनीय थीं, जो भारत की नई पीढ़ी की सांस्कृतिक समृद्धि को दिखाती हैं।”
पर्यवेक्षक एवं राष्ट्रीय समन्वयक (संस्कार), डॉ. विजय लक्ष्मी साहू ने अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा, “एनजीएससी एक संस्कार-आधारित आंदोलन है। इन बच्चों ने एकता, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम जैसे मूल्य अत्यंत सुंदरता से प्रस्तुत किए हैं। मैं हर प्रतिभागी और आयोजक को बधाई देती हूँ।”
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें श्री अनिल मल्लावत, श्री राकेश गुप्ता, श्री पूर्ण चंद्र खुंटिया तथा अन्य सम्माननीय सदस्य शामिल थे।
*डीपी एएस स्कूल, रांची (झारखंड) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और अब पूर्वी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर पर ग्वालियर में करेगा।*





















