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२९ मई सिलचर रानू दत्ता : बराक नदी खतरे की रेखा को पार कर गई है। बुधवार की दोपहर तीन बजे बेटुकंडी बांध खतरे की सीमा पार कर जाने को लेकर लोगों में दहशत फैल गयी. यह खबर पाकर जिलाधिकारी रूहानकुमार झा, पुलिस अधीक्षक नुमुल महतो और सिलचर विधायक दीपायन चक्रवर्ती मौके पर पहुंचे. वे स्लुइस गेट पहुंचे और पूरे मामले की जांच की. कोई घटना न हो, इसके लिए उन्होंने गेट का निरीक्षण किया. इस संबंध में दीपायन चक्रवर्ती ने कहा, स्लुइस गेट से बांध करीब चार मीटर ऊंचा है. हालांकि पानी बढ़ रहा है, बांध पार करना आसान नहीं होगा. उन्होंने यह भी कहा कि लोग घबराएं नहीं और बेवजह घरों से न निकलें. उन्होंने बांध पर आवाजाही नहीं करने का भी आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष २०२२ में मुख्यमंत्री डाॅ. हिमंत बिस्वा शर्मा और जल संसाधन मंत्री पीयूष हजरिका ने बराक नदी के किनारे सभी बांधों को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किया और बांधों को ऊंचा किया, भले ही नदी का पानी बढ़ जाए, बांध के कारण पानी सिलचर शहर में प्रवेश नहीं करेगा, उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया सिलचर का. बराक खतरे के निशान से ऊपर, डीसी-एसपी-सिलचर विधायक ने बेटुकंडी बांध का निरीक्षण किया दूसरी ओर, बराक नदी का पानी खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। खासकर बेटुकंडी बांध पर सबकी निगाहें हैं. इसके अलावा नदी के किनारे वाले इलाके में बाढ़ आ गई है. सोनाबारीघाट में कटाव वाली जमीन के बगल में पानी। स्थानीय लोगों को डर है कि किसी भी समय ऊपरी सड़क पार करने से नये इलाके में बाढ़ आ सकती है. गौरतलब है कि बराक नदी की खतरे की सीमा १९.८३ सेमी है.