गुवाहाटी, 03 नवंबर (हि.स.)। असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने राजभवन में एक बैठक में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने खेल और युवा कल्याण विभाग की गतिविधियों की जानकारी ली। खेल मंत्री नंदिता गोर्लोसा ने बैठक में भाग लिया और राज्यपाल को खेल और युवा कल्याण विभाग की चल रही गतिविधियों से अवगत कराया। विभाग के अतिरिक्त सचिव, सारंगपाणि शर्मा ने एक विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें विभाग की गतिविधियों के साथ-साथ खेल के माहौल को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए राज्य के खेल बुनियादी ढांचे का व्यापक अवलोकन प्रदान किया गया।
राज्यपाल ने राज्य में बनाये गये प्रभावशाली खेल बुनियादी ढांचे की सराहना की। राज्य में युवाओं के बीच खेल क्षमता का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने उभरते एथलीटों की प्रतिभा को निखारने में विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने असम को मुख्य रूप से राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के विभाग के महत्व को भी रेखांकित किया। राज्यपाल कटारिया ने श्रीश्री अनिरुद्धदेव खेल विश्वविद्यालय के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में राज्य को एक जीवंत खेल केंद्र में बदलने की क्षमता है। जबकि विश्वविद्यालय अभी भी अपने प्रारंभिक चरण में है, उन्होंने विभाग को इसे खेलों के लिए एक केंद्र बिंदु और राज्य के खेल कद को ऊंचा उठाने में एक परिसंपत्ति बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल ने विवेकपूर्ण बजट उपयोग पर भी जोर दिया। उन्होंने खेल के बुनियादी ढांचे के लिए एक रखरखाव विरासत विकसित करने के महत्व को रेखांकित किया और विभाग से अपने बुनियादी ढांचे के माध्यम से राजस्व सृजन के अवसरों का पता लगाने के लिए कहा। इसके अलावा, अतिरिक्त सचिव ने राज्यपाल को छात्रों और युवा कल्याण के लिए राज्य स्तरीय सलाहकार समिति (एसएलएसी) के बारे में अवगत कराया, जो असम के युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी क्षमता का एहसास कराने में मदद करने के लिए संसाधन जुटाने के लिए स्थापित की गई है। उन्होंने राज्य भर में चल रहे “खेल महारण” कार्यक्रम पर भी प्रकाश डाला।
राज्यपाल कटारिया ने राज्य की खेल हस्तियों की कड़ी मेहनत और उपलब्धियों का सम्मान करने और जश्न मनाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने गोवा में चल रहे राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाले पदक विजेताओं के लिए राजभवन में सम्मान समारोह आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। बैठक में आयुक्त एवं राज्यपाल के सचिव एसएस मीनाक्षी सुंदरम, श्रीश्री अनिरुद्धदेव खेल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी वर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।