नई दिल्ली. गुजरात यूनिवर्सिटी के ए ब्लॉक कैंपस में कुछ दंगाई तत्वों ने अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेशी छात्रों पर हमला कर दिया. दावा किया जा रहा है कि नमाज पढऩे को लेकर इन छात्रों पर हमला किया गया. यह हमला उस वक्त किया गया जब छात्र नमाज पढ़ रहे थे.
इस हमले में पांच अंतरराष्ट्रीय छात्र घायल हो गए हैं. राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कथित तौर पर मामले को लेकर गुजरात के शीर्ष पुलिस अधिकारियों से बात की है और उन्हें जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने और निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं. देर रात हुई इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में दहशत का माहौल देखने को मिला.
छात्रों पर लाठियों से हमला करना और गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ करना, ये सब यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे कैमरे में कैद हो गया है. पूर्व विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है. ग्यासुद्दीन शेख ने कहा कि जब छात्रों पर हमला हुआ तो पुलिस बेशक आई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? पुलिस आरोपियों को कवर कर रही थी. ग्यासुद्दीन ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, ये छात्र हॉस्टल कॉलेज परिसर में नमाज पढ़ रहे थे. इसी से नाराज कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया जिसके बाद बात हाथापाई तक पहुंच गई. विदेशी छात्रों का दावा है कि बाहर से आए कुछ लोग अचानक उनकी हॉस्टल बिल्डिंग में घुस आए और उनसे बहस करने लगे. उन्हें कहा गया कि हॉस्टल में नमाज पढऩे की इजाजत नहीं है. इस पर दोनों गुटों के बीच विवाद पैदा हो गया और फिर मारपीट शुरू हो गई.
पीडि़त छात्रों कहा कहना है कि उनके कमरों में तोडफ़ोड़ की गई. लैपटॉप, मोबाइल फोन और शीशें भी तोड़ दिए गए. उन्होंने दावा किया कि जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, हमलावर भाग चुके थे. विदेशी छात्रों पर हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वीडियो में दिखा कि कम से कम पांच गाडिय़ों को नुकसान पहुंचा है.