चंद्रशेखर ग्वाला, लखीपुर, 6 फरवरी: लखीपुर प्रखंड के म्हारकुलीन इलाके में स्थित म्हार्कुलीन म्हार एमवी स्कूल सरकार के शिक्षा सुधार के दावों को झूठा साबित कर रहा है। यह सरकारी स्कूल सालभर बंद रहता है, लेकिन हाल ही में आयोजित गुनोत्सव के लिए इसे सिर्फ एक दिन के लिए खोला गया। यह घटना शिक्षा विभाग की लापरवाही और सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को उजागर करती है।
सालभर बंद रहता है स्कूल, शिक्षक ले रहे वेतन
इस स्कूल में तीन सरकारी शिक्षक नियुक्त हैं, लेकिन स्कूल में नियमित रूप से कोई पढ़ाई नहीं होती। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षक बिना कक्षाएं लिए ही वेतन उठा रहे हैं। सरकारी रजिस्टर में 35 छात्रों का नाम दर्ज है, लेकिन वे यहां पढ़ने नहीं आते। स्कूल में मध्याह्न भोजन (मिड-डे मील) योजना भी लागू है, लेकिन सवाल उठता है कि जब स्कूल ही नहीं खुलता, तो भोजन कहां जाता है?
गुनोत्सव के लिए ही खुलता है स्कूल
इस साल गुनोत्सव (शिक्षा की गुणवत्ता जांचने का अभियान) के लिए इस स्कूल को सिर्फ एक दिन के लिए खोला गया। इस दौरान 33 छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। स्थानीय लोग इस बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि जो स्कूल सालभर बंद रहता है, वहां अचानक छात्रों की उपस्थिति कैसे दर्ज की गई?
स्कूल के पास नहीं है स्थायी भवन
म्हार्कुलीन म्हार एमवी स्कूल का अपना स्थायी भवन नहीं है। पहले यह स्कूल मार्कुलीन खेल मैदान के पास स्थित था, लेकिन जब पास के फुलेरतल म्हार एलपी स्कूल के लिए जमीन की जरूरत पड़ी, तो इसे किराए के भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। बाद में तेज आंधी से स्कूल का अस्थायी भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया। तब से यह स्कूल कभी भी नियमित रूप से संचालित नहीं हुआ।
शिक्षा विभाग अनजान, स्थानीय लोग नाराज
लखीपुर शिक्षा खंड कार्यालय से महज 5 किमी दूर स्थित इस स्कूल की दुर्दशा पर शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरी तरह से अनजान बने हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में अधिकतर छात्र बराक घाटी के विभिन्न गांवों के हैं, जो नामांकित तो हैं लेकिन पढ़ाई अन्यत्र कर रहे हैं।
राजनीतिक नेताओं से कार्रवाई की मांग
लोगों ने क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री कौशिक राय और शिक्षा मंत्री रनोज पेगु का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए मांग की है कि इस स्कूल के संचालन, शिक्षकों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन और अन्य सरकारी योजनाओं की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा से भी हस्तक्षेप कर उचित कार्रवाई करने की अपील की है।
सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल
लखीपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 78 म्हार मीडियम स्कूल हैं, जिनमें से अधिकांश जर्जर हालत में हैं। इस तरह की घटनाएं सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल उठाती हैं। यदि शिक्षा का स्तर सुधारना है, तो ऐसी लापरवाहियों पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है।





















