शिलचर, 8 अगस्त: गुरुचरण विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग के सौजन्य से आज सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित महान कवि रवींद्रनाथ ठाकुर की पुण्यतिथि पर ‘रवींद्र स्मरण’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निरंजन राय ने की। विशिष्ट अतिथियों में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विद्युत कांति पाल और शैक्षणिक रजिस्ट्रार डॉ. अभिजीत नाथ उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा श्रुति आचार्य द्वारा प्रस्तुत उद्घाटन संगीत से हुई, जिसके पश्चात बांग्ला विभागाध्यक्ष डॉ. अनामिका चक्रवर्ती ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कुलपति प्रो. निरंजन राय ने कहा कि कविगुरु रवींद्रनाथ ठाकुर की शैक्षिक दृष्टि आज की नई शिक्षा नीति की मूल प्रेरणा है, और ‘विकसित भारत’ की संकल्पना में उनकी ‘स्वदेश-चिंतन’ की अवधारणा केंद्रीय भूमिका निभाती है। वहीं, रजिस्ट्रार डॉ. विद्युत कांति पाल ने रवींद्रनाथ की उपनिषद-प्रेरित वैश्विक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकगण डॉ. सायंतन गुहा मजूमदार और डॉ. पौलमी चक्रवर्ती ने रवींद्र संगीत प्रस्तुत किया, जबकि डॉ. स्वरूपा भट्टाचार्य ने रवींद्र कविता का सजीव पाठ किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुति के अंतर्गत विश्वविद्यालय की छात्राएँ मोनालिसा शर्मा, बर्णाली चक्रवर्ती, वैभवी सिंह और स्वर्णाली पुरकायस्थ ने भावनात्मक रवींद्र संगीत और नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
पूरे कार्यक्रम का संचालन बांग्ला विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. प्रणय ब्रह्मचारी ने सफलतापूर्वक किया।





















