सिलचर, 11 अगस्त: गुरुचरण विश्वविद्यालय में सोमवार को वाणिज्य एवं बीबीए विभाग के नवप्रवेशी छात्रों के लिए आयोजित विद्यारंभ समारोह के साथ उनके स्नातक स्तर की शिक्षा यात्रा का औपचारिक शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. निरंजन राय ने की। मंच पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विद्युत कांति पाल, अकादमिक रजिस्ट्रार डॉ. अभिजीत नाथ, डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. जॉयदीप पाल, तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में गुरुचरण महाविद्यालय के पूर्व उपाध्यक्ष असीम भट्टाचार्य, नेहरू महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ. चंदन डे और शिलचर बार एसोसिएशन की वरिष्ठ अधिवक्ता तुहिना शर्मा उपस्थित थीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ जन संप्रेषण विभाग द्वारा निर्मित लघु फिल्म “गुरुचरण यूनिवर्सिटी: टुवर्ड्स एक्सीलेंस” के प्रदर्शन से हुआ। स्वागत भाषण वाणिज्य विभागाध्यक्ष संजीव भट्टाचार्य ने दिया।
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. निरंजन राय ने छात्रों को विश्वविद्यालय में स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने शिक्षा प्रणाली के पुनर्गठन के माध्यम से एक ऐतिहासिक परिवर्तन की दिशा दी है। शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य चरित्र निर्माण और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास है। एक अच्छे विद्यार्थी के लिए अनुशासन और समयपालन अत्यंत आवश्यक गुण हैं। उन्होंने उपस्थिति के महत्व पर बल देते हुए कहा कि 75% उपस्थिति अनिवार्य है।
असीम भट्टाचार्य ने कहा कि यदि विद्यार्थी सीखना चाहते हैं, तो उन्हें केवल एक अच्छे शिक्षक की आवश्यकता होती है। साथ ही उन्होंने अच्छे सामान्य ज्ञान और व्यवहार के महत्व को भी रेखांकित किया। डॉ. चंदन डे ने कहा—“गुरुचरण महाविद्यालय का अतीत गौरवशाली रहा है, और मुझे आशा है कि गुरुचरण विश्वविद्यालय का भविष्य भी उतना ही उज्ज्वल होगा।”
वरिष्ठ अधिवक्ता तुहिना शर्मा ने ‘लैंगिक संवेदनशीलता एवं कानूनी ढांचा’ विषय पर पावरपॉइंट प्रस्तुति देते हुए समाज में लिंग असमानता से जुड़े पहलुओं पर प्रकाश डाला।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो. जॉयदीप भट्टाचार्य ने किया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। संचालन का दायित्व डॉ. देबराज चक्रवर्ती ने निभाया।





















