15 Views
प्रेरणा प्रतिवेदन 18 दिसंबर: गुवाहाटी के अंबिकागिरी नगर निवासी बर्णाली नंदी पुरकायस्थ बोरा (समा) का शनिवार रात 11:50 बजे एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें सेप्टिक स्ट्रोक हुआ था। 52 वर्षीय बर्णाली पहले से कुछ शारीरिक समस्याओं से जूझ रही थीं, लेकिन इलाज के बाद काफी हद तक स्वस्थ हो गई थीं। उनके असमय निधन से बोरा और नंदी पुरकायस्थ परिवार सहित उनके परिचितों और शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
व्यक्तिगत जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
1 मार्च 1973 को श्रीभूमि जिले के पाथरकांदी में नंदी पुरकायस्थ परिवार में जन्मी बर्णाली के पिता सुषांत कुमार नंदी पुरकायस्थ कृषि विभाग के अधिकारी थे। उनका परिवार बाद में गुवाहाटी में बस गया। पिछले वर्ष जून में उनके पिता का भी निधन हो गया। बर्णाली के दो भाई, शांतनु और सुमंत, और मां, छबीरानी नंदी पुरकायस्थ, उनके परिवार में शामिल हैं। बर्णाली प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. सुजीत कुमार नंदी पुरकायस्थ की भतीजी थीं।
शिक्षा और करियर
जोहराट स्थित असम कृषि विश्वविद्यालय से फूड एंड न्यूट्रिशन में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद बर्णाली ने डीएस रिसर्च सेंटर में असम की प्रबंधकीय जिम्मेदारी निभाई। वे समाजसेवा के कार्यों में भी सक्रिय रहीं और कई परोपकारी गतिविधियों में अपनी भागीदारी दी।
पारिवारिक उत्तराधिकारी
अपने पीछे वे पति गौतम बोरा, पुत्र अनुभव और मां के साथ-साथ अनेक रिश्तेदार और प्रशंसक छोड़ गई हैं। उनके असामयिक निधन ने सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर गहरा शून्य उत्पन्न किया है।
बर्णाली नंदी पुरकायस्थ बोरा के योगदान और उनके व्यक्तित्व को हमेशा याद किया जाएगा। उनका जाना परिवार और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।