गुवाहाटी, 10 अगस्त — असम की सांस्कृतिक पहचान और बोडो जनजाति की समृद्ध परंपरा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से, आगामी नवंबर के अंत में गुवाहाटी के सरुसजई स्टेडियम में ‘बागुरुम्बा द’हौ’ नामक भव्य लोकनृत्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे।
इस कार्यक्रम में असम के विभिन्न जिलों से 11,000 कलाकार हिस्सा लेंगे, जिनमें 10,000 महिला नृत्यांगनाएं और 1,000 पुरुष लोकवादक शामिल होंगे। बोडो समुदाय के प्रमुख लोकनृत्य बागुरुम्बा को इतने बड़े पैमाने पर एक साथ प्रस्तुत किया जाना एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड होगा।
राज्य के सांस्कृतिक विभाग के मंत्री बिमल बोरा की अध्यक्षता में जनता भवन में आयोजित विशेषज्ञ समिति की बैठक में इस कार्यक्रम का नाम ‘बागुरुम्बा द’हौ’ रखने का निर्णय लिया गया। बैठक में कार्यक्रम के लिए तैयार किए गए संगीत ट्रैक को मंजूरी दी गई, साथ ही कोरियोग्राफर की नियुक्ति, जिलों में ‘ओजा’ प्रशिक्षकों का चयन और कलाकारों के प्रशिक्षण की रूपरेखा भी तय की गई।
बैठक में बोडो समुदाय के अग्रणी संगठनों — दुलाराई बोडो हरिमु अफाद, बोडो साहित्य सभा और दुलाराई बाथो गाउथुम — के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। कार्यक्रम के लिए पोशाक, आभूषण, वाद्ययंत्र और अन्य तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
विशेषज्ञ समिति की बैठक में ‘बागुरुम्बा द’हौ’ का एक नमूना वीडियो भी प्रदर्शित किया गया। यह नृत्य, बोडो समुदाय द्वारा ‘बैसागु’ उत्सव के दौरान किया जाता है और इसकी शैली बिहू और झुमैर की तरह आनंद और उल्लास से भरी होती है।
अगले दो महीनों में कलाकार चयन, प्रशिक्षकों की नियुक्ति, विधानसभा क्षेत्रवार प्रशिक्षण सत्र और अन्य सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। असम सरकार के संरक्षण में आयोजित यह भव्य सांस्कृतिक उत्सव, बोडो लोकसंस्कृति को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने का प्रयास होगा।




















