नई दिल्ली. गौतम सिंघानिया एक बार फिर से रेमंड लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया है. जबकि कुछ दिन पहले खबर आई थी कि जब तक गौतम सिंघानिया का उनकी पत्नी के साथ विवाद खत्म नहीं हो जाता, तब उन्हें बोर्ड से बाहर रहना पड़ सकता है. इसके विपरीत शेयर होल्डर्स ने उन्हें फिर से एमडी के पद बैठने की मंजूरी दे दी है. साथ ही उनकी प्रस्तावित सैलरी को मंजूर कर लिया है.
टेक्स्टाइल मैन्युफैक्चरर रेमंड लिमिटेड के शेयर होल्डर ने गौतम हरि सिंघानिया को एक जुलाई, 2024 से पांच साल के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) के रूप में फिर से नियुक्त करने और उनके प्रस्तावित पारिश्रमिक को मंजूरी दे दी है. रेमंड लिमिटेड ने गुरुवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी के शेयर होल्डर ने 27 जून आयोजित अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में सिंघानिया की पुनः नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. शेयरधारकों का प्रतिनिधित्व करने वाली (प्रॉक्सी) एडवाइजरी कंपनी आईआईएएस ने रेमंड के शेयरहोल्डर्स से कंपनी के बोर्ड में चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) गौतम सिंघानिया की दोबारा नियुक्त करने के खिलाफ वोट करने को कहा था.
आईआईएएस ने कंपनी के निदेशक मंडल से सिंघानिया पर लगे घरेलू हिंसा और उनकी अलग हो चुकी पत्नी नवाज मोदी द्वारा जुटाए गए धन के दुरुपयोग के आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की थी. कंपनी ने इसके अलावा सिंघानिया और नवाज मोदी से भी तलाक से संबंधित मुद्दों के सुलझने और स्वतंत्र जांच के नतीजे आने तक रेमंड के बोर्ड से हटने के लिए कहा है. आईआईएएस ने रेमंड के शेयरधारकों को सिंघानिया के लिए प्रस्तावित पारिश्रमिक संरचना के खिलाफ वोट देने की सिफारिश की थी. इसमें दावा किया गया था कि इससे उन्हें नियामकीय सीमा से अधिक भुगतान करने की अनुमति मिलती है.