मानव धर्म संस्था के सचिव घुंघुर निवासी रामकेवल नुनिया का गुवाहाटी के एक चिकित्सालय में 31 दिसंबर को दोपहर में आकस्मिक निधन हो गया। पशु चिकित्सालय शिलचर से 2019 में अवकाश प्राप्त 62 वर्षीय रामकेवल नुनिया अपने छोटे बेटे सुदीप को ज्वाइनिंग दिलाने के लिए गुवाहाटी गए थे। गुवाहाटी में ही 20 दिसंबर को सुबह 9:00 बजे उन्हें स्ट्रोक हो गया, उन्हें नजदीकी आर्य हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां उनकी चिकित्सा शुरू हुई। स्ट्रोक के बाद ही वे कोमा में चले गए, 11 दिन चिकित्सकों ने भरपूर प्रयत्न किया।
उनके ब्रेन की सर्जरी भी हुई किंतु उन्हें कोमा से वापस नहीं लाया जा सका। 31 दिसंबर को दोपहर में चिकित्सकों के सारे प्रयासों को व्यर्थ करते हुए उनकी आत्मा परमात्मा में विलीन हो गई। उनका मृत शरीर 1 जनवरी को शिलचर लाया गया और घुंघुर में ही उनका अंतिम संस्कार आत्मीय स्वजन और शुभचिंतकों की उपस्थिति में किया गया।मृदुभाषी, हंसमुख स्वभाव के राम केवलजी मानव धर्म संस्था में सक्रिय रुप से कार्यरत थे। वे अपने पीछे धर्मपत्नी श्रीमती सविता नुनिया, 2 पुत्र सूरज और सुदीप, दो भाई प्रदीप नुनिया, रंजीत नुनिया तथा चार बहन सावित्री, उमा, जनक नंदिनी तथा माया नुनिया सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
उनके अकस्मात निधन से उनका परिवार, संस्था और समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। सभी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। हिंदीभाषी समन्वय मंच की ओर से राम सिंहासन चौहान, रामनारायण नुनिया तथा दिलीप कुमार ने उनकी आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए कामना की है तथा ईश्वर से उनके परिवार को यह दुख सहने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की है।