श्रीनगर 23 अगस्त (हि.स.)। एक उल्लेखनीय उपलब्धि में भारत ने इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है क्योंकि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक अपनी सॉफ्ट लैंडिंग को अंजाम दिया है।
मिशन का विक्रम लैंडर 23 अगस्त को 6ः.02 पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में बिना किसी बाधा के उतरा, जो हमारे महान राष्ट्र और दुनिया के लिए एक असाधारण उपलब्धि है।
यह अभूतपूर्व उपलब्धि भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सफल लैंडिंग करने वाला पहला देश बनाती है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
सफल लैंडिंग की खबर हर कोने तक पहुंचते ही जम्मू-कश्मीर में हर्ष और उल्लास की लहर दौड़ गई। घाटियों से लेकर पर्वतों की चोटियों तक, लोग इस उल्लेखनीय उपलब्धि को देखने के लिए अपने टेलीविजन सेटों पर बने रहे। पूरे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विशेष स्क्रीनिंग भी आयोजित की गई। इस अभूतपूर्व उपलब्धि का जश्न श्रीनगर के राजभवन में लैंडिंग की लाइव स्क्रीनिंग द्वारा भी मनाया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के गवाह बने। उपराज्यपाल ने इसरो और उसकी पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं दीं जिन्होंने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए लगातार काम किया है।
सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय भी इस उल्लेखनीय उपलब्धि के जश्न में शामिल हुआ और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग की। चंद्रयान-3 की इस विजयी लैंडिंग को देखने के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी एकत्र हुए।
इस ऐतिहासिक दिन पर पूरे डीआईपीआर परिवार ने भी इस उल्लेखनीय और अभूतपूर्व सफलता हासिल करने के लिए इसरो और उसकी पूरी टीम को शुभकामनाएं दीं। यह उपलब्धि न केवल वैश्विक मंच पर भारत की वैज्ञानिक क्षमताओं को प्रदर्शित करती है बल्कि देश के लोगों, विशेषकर जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के लिए बेहद गर्व का क्षण भी दर्शाती है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, भारत अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में नवाचार और प्रगति की भावना को मूर्त रूप देते हुए और भी बड़े मील के पत्थर हासिल करने के लिए तैयार है।