भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद चक्रवाती तूफान दाना बुधवार को तेज हो सकता है. इसके गुरुवार को ओडिशा के तट से टकराने की संभावना है. ओडिशा सरकार संभावित चक्रवात से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए हर संभव इंतजाम कर रही है.
मौसम विज्ञान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उत्तरी अंडमान सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण के अगले 12 घंटों में कम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है. इसके पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढऩे और 22 अक्टूबर तक अवसाद व 23 अक्टूबर तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
23 से 25 अक्टूबर तक ओडिशा में हो सकती है भारी बारिश
चक्रवाती तूफान बनने के बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और 24 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से दूर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने सकता है. इस तूफान के चलते 23 से 25 अक्टूबर तक ओडिशा के कुछ हिस्सों में 20-30 सेंटीमीटर तक की भारी बारिश हो सकती है. पुरी, खुर्दा, गंजम और जगतसिंहपुर जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. चक्रवात के ओडिशा तट पर पहुंचने के दौरान 100-120 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है.
समुद्र से तटों पर लौट आएं मछुआरे
मौसम विभाग ने समुद्र में मौजूद मछुआरों को सोमवार तक तटों पर लौटने के लिए कहा है. अगर यह सिस्टम चक्रवात में तब्दील होता है तो इसका नाम दाना रखा जाएगा. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 23 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान आने की संभावना है. इससे ओडिशा के कुछ तटीय जिलों में 24 घंटे में 20 से 30 सेमी के बीच भारी बारिश होने की उम्मीद है. चक्रवात के तट को पार करने के समय हवा की गति 100-120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. ओडिशा के आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि तूफान को लेकर पूरी तैयारी की गई है. विशेष राहत आयुक्त सभी जिला प्रशासनों के संपर्क में हैं. प्रशासन अलर्ट पर है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अग्निशमन सेवा की टीमें तैयार रखी गईं हैं.