नई दिल्ली. चीन जहां ताइवान को अपना हिस्सा बताता है, वहीं ताइवान खुद को एक संप्रभु राष्ट्र. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अपनी 96वीं वर्षगांठ पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म जारी की है. इसमें चीनी सैनिकों को शपथ लेते दिखाया गया है कि जरूरत पड़ने पर वे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे देंगे. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार झू मेंग नाम से यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म 8 एपिसोड में बनाई गई है, जिसका पहला एपिसोड चीन की सरकारी मीडिया सीसीटीवी ने 1 अगस्त को प्रसारित किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्यूमेंट्री में यह भी दिखाया गया है कि चीनी एयरफोर्स जरूरत पड़ने पर कहीं भी जबरदस्त तरीके से आक्रमण के लिए तैयार है. रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री के दौरान, स्टील्थ फाइटर जेट में एक पायलट जरूरत पड़ने पर आत्मघाती हमला करने की कसम खाता है. वांग हाई स्क्वाड्रन के जे-20 पायलट ली पेंग को यह कहते हुए सुना जाता है, ‘अगर वास्तविक लड़ाई में मैंने अपना सारा गोला-बारूद इस्तेमाल कर लिया होता तो मेरा लड़ाकू विमान दुश्मन की ओर दौड़ने वाली मेरी आखिरी मिसाइल होगी.’
पीएलए नौसेना की माइनस्वीपर इकाई के एक फ्रॉगमैन ज़ुओ फेंग कहते हैं, ‘यदि युद्ध छिड़ गया और वास्तविक युद्ध में नौसैनिक बारूदी सुरंगों को सुरक्षित रूप से हटाने के लिए परिस्थितियां बहुत कठिन हुईं, तो हम अपने लैंडिंग बलों के लिए एक सुरक्षित मार्ग साफ करने के लिए अपने शरीर का उपयोग करेंगे.’ डॉक्यूमेंट्री में दर्जनों पीएलए सैनिकों की व्यक्तिगत कहानियां शामिल हैं और विशेष रूप से ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास के फुटेज दिखाए गए हैं. इसमें कहा गया है कि ‘PLA के 100 साल के लक्ष्य को अवश्य साकार किया जाना चाहिए.’ डॉक्यूमेंट्री में पीएलए के शेडोंग विमानवाहक पोत द्वारा इस साल ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरते समय हमले की तैयारी में चार जे-15 जेट लड़ाकू विमानों को रिलीज करने का फुटेज भी दिखाया गया है.