राजनांदगांव. छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली में गुरुवार को मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को मार गिराया. ये नक्सली छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर जिले में मुखबिरी के शक में आदिवासियों की हत्या करने के मकसद से पहुंचे थे. मारे गए नक्सलियों में एक डिप्टी कमांडर भी शामिल है.
गढ़चिरौली जिला एसपी निलोत्पल ने बताया कि सूचना मिली थी कि जवानों पर हमला करने के लिए कुछ नक्सली घात लगाए हुए हैं. ये छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर जिले में घुसने का प्रयास कर रह थे. ये नक्सली जिले की अंतिम चौकी गोडलवाही से करीब 10 किमी दूर बोधिनटोला के पास मौजूद थे.
एक घंटे दोनों ओर से चली फायरिंग
इस सूचना पर जवानों की एक टुकड़ी को मौके पर भेजा गया. जवान इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की. करीब एक घंटे चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले.
एके-47 और एसएलआर राइफल बरामद
सर्चिंग में मौके से दो नक्सलियों के शव और एक एके-47 व एसएलआर राइफल बरामद हुई है. मारे गए नक्सलियों में एक की पहचान नक्सलियों के कसनसुर दलम (दस्ते) के डिप्टी कमांडर दुर्गेश वट्टी के रूप में हुई है. वट्टी 2019 में जंबुलखेड़ा विस्फोट के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था. इसमें 15 जवान शहीद हुए थे.
14 दिसंबर को एक और जवान शहीद
बता दें कि 14 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के कांकेर में गुरुवार को नक्सलियों के किए आईईडी ब्लास्ट में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. दो दिन में जवानों पर इस तरह से ये दूसरा हमला है, जिसमें जवान की शहादत हुई है. एसपी दिव्यांग पटेल ने घटना की पुष्टि की है. मामला परतापुर थाना क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक, महला से बीएसएफ और जिला पुलिस बल की टीम संयुक्त रूप से गश्त पर निकली थी. इसी दौरान सदाकटोला गांव के पास नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया. इसकी चपेट में आकर बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल अखिलेश राय (45) घायल हो गए. इसके बाद उन्हें कैंप लाया गया.