बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में सतनामी समाज का आंदोलन सोमवार को हिंसक हो गया. इस दौरान आंदोलनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सरकारी कारायर्यालय में तोड़फोड़ भी की. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भीड़ द्वारा पथराव किए जाने के कारण अधिकारियों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत धारा 144 लागू कर दी है जो 16 जून तक जारी रहेगी.
इस घटना को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मामले की जानकारी ली और इस पर रिपोर्ट मांगी. गत 15 और 16 मई की दरमियानी रात को कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा में स्थित सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले ‘जैतखंभ’ में तोड़फोड़ की थी. ‘जैतखंभ’ को सतनामी समाज एक पवित्र प्रतीक के रूप में पूजता है.
बाद में पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. सतनामी समुदाय इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग कर रहा है. घटना के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया. इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए.
बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया, ‘सतनामी समुदाय ने प्रदर्शन का आह्वान किया था और प्रशासन को लिखित में दिया था कि यह शांतिपूर्ण होगा, लेकिन विरोध हिंसक हो गया.’ उन्होंने बताया कि लगभग पांच हजार की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक तोड़ दिए और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया जिसमें अधिकारियों सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
अधिकारी ने बताया, ‘वे जिलाधिकारी परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे. उन्होंने कई कार, मोटरसाइकिल और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की इमारत में आग लगा दी और जिलाधिकारी कार्यालय पर पथराव किया, जिससे खिड़कियों के शीशे टूट गए.’ उन्होंने बताया कि आग बुझा दी गई और स्थिति पर काबू पा लिया गया है. सदानंद कुमार ने कहा, ‘हमारे पास विरोध और हिंसा के वीडियो फुटेज हैं. जो लोग इसमें शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हिंसा में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.’