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किशन माला, शिलचर 17 अगस्त: संसद सत्र का संचालन छात्रों ने किया और वर्तमान समय के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर प्रकाश डाला। मंत्री जी के पास एक के बाद एक सवाल आने लगे। दोनों पक्षों के बीच बहस जारी रही तो मंत्री चिंतित हो गये। लेकिन आख़िर में दोनों पार्टियों के गठबंधन के साथ संसद सत्र ख़त्म हो गया।
हालाँकि, यह दृश्य वास्तविक संसद का नहीं है। यह भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित वार्षिक राष्ट्रीय युवा संसद का दृश्य है। इस वर्ष, चार राज्यों के सात केंद्रीय विद्यालयों के 343 छात्रों ने केंद्रीय विद्यालय एनआईटी शिलचर के 35वें संस्करण में भाग लिया। हालांकि पुरी प्रतियोगिता 30 शिक्षक के देख रेख संचालित की जा रही है। प्रतियोगिता में मिजोरम, नागालैंड, असम और त्रिपुरा के छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का क्षेत्रीय विजेता ओडिशा के क्षेत्रीय स्तर पर जाएगें। फिर क्षेत्रीय स्तर कै विजेता राष्ट्रीय स्तर पर जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर पर जाकर छात्र प्रधानमंत्री के सामने अपने विचार रखेंगें। यह प्रतियोगिता युवाओं को देश के कानूनों और संसद कैसे काम करती है, इसके बारे में जानकारी प्रदान करती है।
संसद सत्र में स्कूली विद्यार्थियों की जानकारी-तर्क से एक आदर्श संसद सत्र का पता चलता है। छात्रों द्वारा संचालित इस प्रहसन संसद में सांसदों के समक्ष वर्तमान समय के विभिन्न मुद्दों को प्रस्तुत किया जाता है। समस्या से लोग कैसे लाभान्वित हो सकते हैं, इस पर गंभीरता से चर्चा की गयी।