जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में असम के सिलचर में “बराक की आवाज़” संगठन की ओर से एक भव्य विरोध और धिक्कार सभा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गुरुवार को सिलचर नगर निगम क्षेत्र के गोलदिघी चौक पर आयोजित हुआ, जिसमें हज़ारों की संख्या में महिला और पुरुषों ने भाग लिया।
सभा की शुरुआत हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में इस बर्बर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और सरकार से आतंकियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिस प्रकार जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में विशेष रूप से हिन्दू पर्यटकों को चिन्हित कर निर्ममता से मारा गया, वह न केवल मानवता पर हमला है बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर चेतावनी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मांग की कि आतंकियों को चिन्हित कर उनके घर में घुसकर जवाब दिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
विरोध सभा के दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो सका।
“बराक की आवाज़” ने यह संदेश दिया कि देश की अखंडता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर जागरूकता और एकजुटता बेहद ज़रूरी है।




















