इंफाल, 24 नवंबर (हि.स)। मणिपुर के जिरीबाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गई तीन महिलाओं और तीन बच्चों सहित छह लोगों में से तीन की भयानक विवरण वाली पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की गई है। तीनों लोगों की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उससे पता चलता है कि दो महिलाओं और एक बच्चे की बेरहमी से हत्या की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके शरीर पर न केवल गोलियां, बल्कि चाकू के घाव, सिर और छाती पर धारदार हथियार के घाव भी पाए गए।
रिपोर्टों के अनुसार, ढाई (2.5) वर्षीय लैशराम सिंगखेइगनबा सिंह को चेहरे पर गोली मारी गई, छाती और हाथ में चाकू मारा गया और उसका बायां हाथ टूट गया। हत्या से पहले उसके चेहरे, खोपड़ी और छाती की भीतरी हिसे पर नुकिले और धारदार हथियारों से कई बार वार किया गया था। नाबालिग की दाहिनी आंख नहीं थी।
शव परीक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 35 वर्षीय महिला लैशराम हेतोम्बी देवी को सीने में तीन बार गोली मारी गई थी। चौथी गोली उसके कूल्हे में लगी। गोली उसके दिल, फेफड़े और पसलियों को भेद गई।
तीसरी, 68 वर्षीय उरेम्बम रानी देवी को पांच गोलियों के घाव के साथ पाया गया था। एक खोपड़ी में, दो छाती में, एक पेट में और एक बांह में।
हेइतोम्बी देवी के आठ महीने के बच्चे लैशराम लमंगनबा सिंह, उनकी बहन तेलेम खोइबी देवी (31) और बहन (खोइबी देवी) की बेटी तेलेम थजामनबी देवी (8) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अभी जारी नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि 11 नवंबर की दोपहर को जिरीबाम जिले के बाराबेकरा पुलिस स्टेशन और सीआरपीएफ पोस्ट से सटे जकुराधार करोंग में हथियारबंद कुकी आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी की थी। मुठभेड़ में दस हथियारबंद उग्रवादियों की मौत हो गयी थी।
उसी दिन से तीन महिलाओं और तीन बच्चों सहित कुल आठ नागरिक लापता हो गये थे। घटना के बाद सुबह जिरीबाम जिले के संबंधित क्षेत्रों में संघर्ष स्थल के बगल में एक झाड़ी से लैशराम सैद और मैबाम केशोरे के शव बरामद किए गए। बाद में, 15 नवंबर की रात को मणिपुर में कुकी उग्रवादियों द्वारा अपहृत तीन बच्चों और तीन महिलाओं सहित कुल छह शव असम-मणिपुर अंतरराज्यीय सीमा पर उपरी बराक नदी के जिरिमुख से बरामद किए गए। इन छह में से तीन की ऑटोप्सी रिपोर्ट जारी कर दी गई है।