कछार: जिला स्वास्थ्य समिति, कछार की मासिक समीक्षा बैठक सोमवार को जिला आयुक्त कार्यालय के नए सम्मेलन हॉल में जिला आयुक्त मृदुल यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के समग्र सुधार, 100-दिवसीय गहन टीबी अभियान, गैर-संचारी रोग (NCD) स्क्रीनिंग, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, अस्पताल प्रबंधन और आगामी भुबन मेले के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की रणनीति पर चर्चा की गई।
टीबी मुक्त पंचायतों को मान्यता
बैठक की शुरुआत कछार जिले की बोरखोला ग्राम पंचायत और चेसरी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने के साथ हुई। जिला आयुक्त ने इन पंचायतों के प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और टीबी उन्मूलन के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा, यूडब्ल्यूआईएन सेवाओं में योगदान देने वाले उत्कृष्ट स्वास्थ्य कर्मियों, छह आपातकालीन प्रबंधन तकनीशियनों और 108 एम्बुलेंस सेवाओं के पायलटों को भी उनके समर्पण के लिए सम्मानित किया गया।
100-दिवसीय गहन टीबी अभियान पर जोर
बैठक का मुख्य फोकस 100-दिवसीय गहन टीबी अभियान था, जिसका लक्ष्य फरवरी 2025 तक 100% स्क्रीनिंग पूरा करना है। अधिकारियों को छाती एक्स-रे प्रक्रियाओं में तेजी लाने और जिला टीबी अधिकारी द्वारा दैनिक प्रगति ट्रैकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इस अभियान में वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला पर्यवेक्षक और ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधकों की भागीदारी को भी मजबूत किया गया।
गैर-संचारी रोग (NCD) स्क्रीनिंग को बढ़ावा
बैठक में गैर-संचारी रोगों की जांच को प्राथमिकता देने पर चर्चा हुई। जिला अधिकारियों को असम कैंसर केयर फाउंडेशन, मोबाइल मेडिकल यूनिट और पिरामल हेल्थ (104) सेवाओं को अधिकतम उपयोग में लाने के निर्देश दिए गए, खासकर कम प्रदर्शन वाले ब्लॉकों में। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को दैनिक प्रगति रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) का लक्ष्य
स्वास्थ्य समिति ने मार्च 2025 तक सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों (AWC) में 100% स्वास्थ्य स्क्रीनिंग पूरी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें फरवरी तक 50% लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई गई है।
टीकाकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि मार्च 2025 तक सभी स्वास्थ्य ब्लॉकों में 95% पूर्ण टीकाकरण कवरेज सुनिश्चित किया जाए। यूडब्ल्यूआईएन-आधारित टीकाकरण ट्रैकिंग के लिए सख्त अनुपालन को आवश्यक बताया गया। चाय बागान मजदूरी मुआवजा योजना के तहत लाभार्थियों के 100% पंजीकरण और समय पर वित्तीय लाभ वितरण सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। इसी तरह, जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत सभी पात्र महिलाओं को शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए गए।
अस्पताल प्रबंधन और बुनियादी ढांचे में सुधार
स्वास्थ्य समिति ने अस्पताल प्रबंधन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।
- साफ-सफाई, चिकित्सा कर्मियों की समय की पाबंदी और आवश्यक दवा सूची (EDL) से दवाओं के अनिवार्य रूप से वितरण पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
- नवजात शिशु स्थिरीकरण इकाइयों (NBSU) की सेवाओं को उन्नत करने और उच्च गुणवत्ता वाली नवजात देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
- परिवार नियोजन सेवाओं में सुधार लाने और गर्भनिरोधक जागरूकता को बढ़ावा देने की योजना पर भी चर्चा हुई।
- सभी लंबित और चल रही बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मार्च 2025 तक पूरा करने का निर्णय लिया गया।
भुबन मेले के लिए विशेष स्वास्थ्य व्यवस्था
बैठक में आगामी भुबन मेले (25-27 फरवरी, 2025) के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक योजना पर चर्चा हुई। अनुमानित 7-8 लाख तीर्थयात्रियों के आगमन को देखते हुए, जिला आयुक्त ने चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, पर्याप्त चिकित्सा टीमों की तैनाती और 108 एम्बुलेंस सेवाओं को स्टैंडबाय रखने के निर्देश दिए।
बैठक का समापन सभी निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने और जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावी और सुलभ बनाने के संकल्प के साथ हुआ।





















