गुवाहाटी, 01 जनवरी (हि.स.)। नए साल के पहले दिन असम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने गुवाहाटी के भांगागढ़ के गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) परिसर में नव-निर्मित सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल में ऑक्सीजन सुविधा के साथ 186 बेड, छह उच्च तकनीक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 171 आईसीयू बेड, 14 हेमोडायलिसिस बेड, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, आदि सुविधाएं हैं। अस्पताल हवा की गुणवत्ता और बैक्टीरिया प्रबंधन को नियंत्रित करने के लिए कनाडा से आयातित पराबैंगनी कीटाणुशोधन विकिरण (यूनीजीआई) इकाइयों से भी लैस है।
स्वास्थ्य मंत्री ने जीएमसीएच के डॉक्टरों और कर्मचारियों की एक टीम के साथ पूरे अस्पताल के लगभग सभी कमरों का दौरा कर उसकी विशेषताओं को परखा। पूर्वोत्तर के पहले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना असम के लोगों को उच्च उपचार प्रदान करने के लिए की गई है। अस्पताल केंद्रीय रूप से वातानुकूलित है और इसे अनुमानित रूप से 150 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इससे पहले, कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में बेड की कमी के कारण इस अस्पताल को समर्पित कोरोना अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया गया था। इसे जीएमसीएच कोविड देखभाल के रूप में भी जाना गया। हालांकि, कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी होने के बाद राज्य के सभी अलग से बनाए गए कोरोना अस्पतालों को बंद कर दिया गया।
माना जा रहा है कि इस अस्पताल के खुलने के बाद जीएमसीएच में भीड़ भी कुछ हद तक कम होने की उम्मीद है। यह अस्पताल पूरे पूर्वोत्तर में अपनी तरह का पहला अस्पताल है। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ विश्वशर्मा ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी कम हो गयी है। इसके बावजूद राज्यवासियों को अभी भी कोरोना के प्रोटोकॉल सामाजिक दूरी, मास्क लगाने जैसे नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि जीएमसीएच के डॉक्टरों को एम्स के तहत सैलरी सरकार प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ मेडिकल कालेज अस्पताल में भी जल्द ही सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इसके लिए तैयारियां जारी हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्यमंत्री पीयूष हजारिका के साथ ही वरिष्ठ चिकित्सक व गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।