जोधपुर में भारी बारिश से उपजे हालात को देखते हुये तीसरे दिन भी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है. आसमानी आफत से लोग सकते में हैं. बांध का पानी आसपास के गांवों में घुस गया है. बारिश से अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है. 262 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है. नदी नाले उफान पर हैं तो जोधपुर शहर में कई जगहों पर पानी का भारी जमाव है. हालत के मद्देनजर ट्रेनें और रोडवेज के पहिए मंगलवार से ही थमे हुये हैं. कई ट्रेनों के समय में परिवर्तन किया जा चुका है. रोडवेज की बसें मंगलवार को दोपहर में ही बंद कर दी गई थी.
मारवाड़ के जोधपुर शहर समेत इसके ग्रामीण इलाको के अलावा इस संभाग के जालोर, भीनमाल, पाली और सिरोही में भी बादल जमकर बरसे हैं. इससे यहां अतिवृष्टि जैसे हालात हो गये हैं. सड़कें जबर्दस्त तरीके से क्षतिग्रस्त हो गईं हैं. वाहनों के पहिये थमे हुये हैं. बारिश से जोधपुर शहर के निचली बस्तियां जलमग्न हैं। घरों में बरसाती पानी घुसने से बेजा परेशानी उठानी पड़ रही है. जोधपुर जिले के बिलाड़ा और बालेसर में भी बारिश का पानी कहर ढा रहा है. यहां बालेसर का बैठवासियां बांध बुधवार को सुबह ही टूट गया. इससे पानी का सैलाब निकल पड़ा. यह पानी आसपास के गांवों में घुस गया. लोगों ने इसका वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया. बिलाड़ा के निकटतर्वी बरना गांव में भी कच्चे पक्के मकानों की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं.
सूरसागर के गेंवा गांव में लोगों के घरों में पांच-पांच फीट तक पानी भर गया. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बिजली भी नहीं थी. ऐसे में एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर कई परिवार को पानी से बाहर निकाला. बारिश से बाद के हालात को देखते हुये जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। वहीं जलभराव वाले स्त्रोतों से दूर रहने की अपील की है.