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अनिल मिश्र/रांची, 26 फरवरी: झारखंड प्रदेश के खूंटी के रनिया में पांच आदिवासी नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता काफी गंभीर हैं। इस सामुहिक बलात्कार काण्ड में खूंटी पुलिस ने 14 से 17 साल के बीच के 18 आरोपियों को रिमांड होम भेजा है। अनुराग गुप्ता ने सख्त निर्देश दिया है कि गंभीर अपराधों से जुड़े मामले में 16 से अधिक आयु के आरोपियों को बालिग मान कार्रवाई करें।इस संबंध में पुलिस महानिदेशक राज्य में महिला और बच्चों के खिलाफ हुए आपराधिक मामलों की समीक्षा 28 फरवरी को करेंगे। उन्होंने बीएनएस की 61 धाराएं जो महिला और बाल अपराध से जुड़ी हैं उनमें दर्ज कांडों की समीक्षा के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस बाबत पत्र भी लिखा है। तीन माह से अधिक समय से सुपरविजन में लंबित कांडों की स्थिति, अभियुक्तों के खिलाफ हुई कार्रवाई, गिरफ्तारी नहीं होने पर इसके कारण और इन धाराओं में दर्ज ऑनलाइन शिकायतों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा डीजीपी करेंगे। झारखंड के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने कहा कि जेजे एक्ट की धारा 15 में इस बात का जिक्र है कि यदि कोई नाबालिग 16 साल से अधिक उम्र का हो, साथ ही उसने जघन्य अपराध को अंजाम दिया हो तो उसके खिलाफ बालिग की तरह कार्रवाई की जा सकती है। खूंटी पुलिस अब उसी अनुसार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में कार्रवाई और जांच की मॉनिटरिंग डीजीपी के निर्देश पर एडीजी सुमन गुप्ता कर रही हैं।केस में आए तथ्यों के आधार पर वह आगे की दिशा-निर्देश जारी करेंगी।

वहीं सामुहिक बलात्कार की शिकार हुई पांचों नाबालिग लड़कियां डरी-सहमी हैं, परंतु हिम्मत कम नहीं है। पांचों का कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज हुआ। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि पांचों बच्चियों काफी डरी हुई थी, अब सामान्य होने लगी हैं। हम उन्हें सजा दिलाकर ही रहेंगे, एक पीड़िता ने बताया कि दुष्कर्म करनेवाले कई लड़कों को वह पहचानती है। लड़के जिस गांव के हैं, वहीं उसका ननिहाल है। घटना के समय मैंने उनसे विनती करते हुए कहा था कि आपलोग मेरे भाई जैसे हो, ऐसा मत करो परंतु वे नहीं माने।गौरतलब हो कि झारखंड के खूंटी जिले में एक हैरान करने वाली घटना घटित हुई है। जिसमें 18 लड़कों ने मिलकर राह चलते पांच लड़कियों को अगवा किया और फिर सूनसान स्थान पर ले जाकर 12 लड़कों ने तीन लड़कियों के साथ सामूहिक गैंगरेप किया। आरोपियों में एक लड़का 17 साल का है और बाकी सभी 13 से 15 साल आयु वर्ग के हैं। इस वारदात में पीड़ित लड़कियां भी इसी आयु वर्ग की हैं। दरअसल झारखंड के खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र में गत 21 जनवरी की रात यह वारदात में हुई थी जब ये सभी लड़कियां एक विवाह समारोह से लौटकर अपने घर जा रही थी।उसी वक्त 18 लड़कों ने जो इन्हीं लड़कियों के उम्र के हैं। इन्हीं लड़कों ने नदी पार करते समय पहाड़ी पर ले जाकर सामुहिक दुष्कर्म किया था। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि सभी दुष्कर्मी एक ही गांव हीं हैं। साथ ही सभी नाबालिग भी हैं। वहीं सामुहिक बलात्कार करने वाले लड़कों के गांव वालों ने बताया कि मोबाइल की लत से सभी बिगड़ गए थे। सभी नाबालिग लड़के गांव में आवारागर्दी करते थे। अभिभावकों ने कई लड़कों का स्कूल में दाखिला भी कराया था, लेकिन वे पढ़ने नहीं जाते थे। एक लड़के ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि घटना के दिन मोबाइल पर अश्लील फिल्म भी देखी थी। इसके बाद ग्रामीणों का कहना था कि इस घटना से उनका सिर हमेशा के लिए झुक गया।