वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईवीएम को लेकर अपना रुख साफ किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए सबसे सुरक्षित माध्यम बैलेट पेपर है. डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए कहा है कि उन्होंने ईवीएम के बारे में बातचीत की, जिस पर उन्होंने कहा कि कंप्यूटर वोटिंग के लिए नहीं है.
डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में भी डोनाल्ड ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में भी बैलेट पेपर का ही समर्थन किया था. डोनाल्ड ट्रंप से 2020 के अमेरिकी चुनावों और पिछले साल भारत में हुए चुनावों में यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के हस्तक्षेप की संभावना को लेकर सवाल पूछा गया था.
बैलेट पेपर से ही हर जगह हो चुनाव
इस सवाल पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि 2020 में बहुत सी बुरी चीजें हुईं. लेकिन 2024 में वे बहुत बड़े अंतर से जीते. उन्होंने कहा कि उनकी रिपब्लिकन पार्टी ने सातों स्विंग स्टेट जीते. हम एक बहुत अलग सिस्टम की तरफ बढ़ रहे हैं. हम चाहते हैं कि बैलेट पेपर से ही हर जगह चुनाव हो. बता दें कि अमेरिका में चुनाव की प्रक्रिया भारत से बेहद अलग-अलग है. वहां के हर राज्य की अपना वोटिंग सिस्टम है. इसलिए, अमेरिकी वोटर्स अपने बैलट पेपर या ईवीएम के जरिए वोटिंग कर सकते हैं.
भारत में विपक्षी दलों का विरोध
ट्रंप के बैलेट पेपर के समर्थन को भारत में विपक्षी दलों ने भी खूब भुनाया. कांग्रेस लंबे समय से चुनावों में बैलेट पेपर की वापसी की मांग कर रही है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार ईवीएम से चुनाव में हेरफेर का आरोप लगाते रहे हैं. पिछले साल 2024 में महाराष्ट्र और हरियाणा के दो विधानसभा चुनावों में भी ईवीएम में हेरफेर का आरोप लगे थे.