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डिब्रूगढ , ८ जून २०२३ , संदीप अग्रवाल
एकल अभियान प्राथमिक शिक्षा ऊपरी असम भाग 1 के पांच दिवसीय क्षमता विकास वर्ग का आयोजन डिब्रूगढ़ के ज्योतिनगर अंचल स्थित श्री हरि कथा प्रशिक्षण केंद्र में आज दिनांक 8 जून से आगामी 12 जून तक किया जा रहा है , जिसके उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन आज ज्योतिनगर कार्यालय में किया गया | उक्त क्षमता विकास वर्ग में तिनसुकिया , डिब्रूगढ , धेमाजी और लखीमपुर जिले से लगभग 45 सेवावर्ती कार्यकर्ता भाग लेकर सात विषयों क्रमशः भाषा ज्ञान , अंक ज्ञान , सामान्य ज्ञान , हस्तशिल्प , संस्कार शिक्षा , स्वास्थ्य शिक्षा एवम शारीरिक शिक्षा आदि पर प्रशिक्षण लेकर आगामी दिनों में उपरोक्त जिलों के विभिन्न संच में आचार्य प्रशिक्षण वर्ग में आचार्यों को प्रशिक्षण देंगे | इनसे प्रशिक्षण लेकर सभी आचार्य – आचार्याएं अपने अपने एकल विद्यालयों में छात्र – छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे | इस वर्ग का उद्देश्य सेवावर्ती कार्यकर्ताओं की कार्यक्षमता विकसित कर उनमें संगठन की योग्यता संपन्न कर कुशल संगठक बनाना है | उक्त वर्ग में ऊपरी असम भाग – १( 1 ) के भाग अध्यक्ष शरद हंसारिया ,भाग महिला समिति की पूर्व अध्यक्षा कविता हंसारिया , डिब्रूगढ अंचल के अध्यक्ष डॉ महेश जैन , डिब्रूगढ अंचल महिला समिति की सदस्या बिनीता बगड़िया , एकल डिब्रूगढ़ अंचल संवाद प्रभारी एवम पत्रकार संदीप अग्रवाल , सुमित मुंडा ( भाग अभियान प्रमुख , ऊपरी असम भाग १( 1 ) , रीना बोरगोहाई ( भाग प्राथमिक शिक्षा प्रमुख , ऊपरी असम भाग १(1 ) , अभिजीत दास ( भाग ग्राम स्वराज प्रमुख , ऊपरी असम भाग १ (1 ) , सूरजमनी भूमिज ( अंचल प्राथमिक शिक्षा प्रमुख , तिनसुकिया अंचल ) , लविन घटवार ( अंचल प्राथमिक शिक्षा प्रमुख , डिब्रूगढ अंचल ) , दीपेन डोले ( अंचल प्राथमिक शिक्षा प्रमुख , धेमाजी अंचल ) , रंजीता मगर ( अंचल प्राथमिक शिक्षा प्रमुख , लखीमपुर ) के साथ गोलाप सुतिया ( संभाग व्यास , पूर्वी – पूर्वोत्तर संभाग ) एवम श्री हरि सत्संग समिति प्रशिक्षण टोली के सदस्य – सदस्याएं , डिब्रूगढ अंचल के अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे | कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित अतिथियों को आसान ग्रहण एवम उनके करकमलों द्वारा राधा कृष्ण की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ | सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया |
अपने संबोधन में डॉ महेश जैन , शरद हंसारिया , कविता हंसारिया ने उपस्थित सभी प्रशिक्षार्थियों का स्वागत करते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए | उक्त कार्यक्रम में सुरजमनी भूमीज द्वारा व्यक्तिगत गीत , बहन दीपामनी गोहाइं द्वारा महापुरुष शंकरदेव द्वारा रचित नामघोषा के कुछ अंश प्रस्तुत किए गए | कार्यक्रम का सफल संचालन अभिजीत दास ने किया |