शिलचर 22 मई: काछार की जिला मजिस्ट्रेट श्रीमती कीर्ति जाल्ली ने कहा कि बिना लक्षण वाले कोविड रोगियों को भी अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच करने की सलाह दी।
उन्होंने आज शिलचर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में कोविड ऋण लेखा बोर्ड की बैठक में अपने भाषण के संदर्भ में काछार के नागरिकों से चिकित्सकों की सलाह मानने की अपील की, उन्होंने कहा कि ऑक्सीमीटर में केवल ऑक्सीजन का स्तर ही मापा जा सकता है। अत: जिन लोगों में विषमता नहीं होती, अर्थात् जिनमें लक्षण नहीं होते, वे तृप्ति से ग्रस्त नहीं हो। डीसी ने अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच करने का अनुरोध किया।
डॉक्टरों की सलाह पर डीसी ने कहा कि नियमित दूसरे दौर में कोविड में हल्का बुखार होता , जिसे एक पैरासिटामोल लेने से ठीक हो जाता है। लेकिन फेफड़ों के संक्रमण के बीज बने रह जाते हैं। इसलिए, डीसी ने किसी भी
परिस्थिति में आत्मसंतुष्टता के बिना ऑटोइम्यून रोगियों का परीक्षण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिले में कमरोविड के मरीज अधिक हैं। ये कमरोविड रोगी अक्सर सप्ताह में 10 दिन निम्न श्रेणी के बुखार से पीड़ित
होते हैं। डीसी ने ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन मीटर का इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए यह भी कहा कि जिन लोगों को कॉमरेडिटीज हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार पैरासिटामोल लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिला
अस्पतालों में टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में चिकित्सक से परामर्श लिया जा सकता है, उन्होंने मरीजों को चिकित्सकीय जटिलताओं से बचने के लिए अस्पताल जाने की सलाह भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि रोगी
का शीघ्र निदान किया जाता है, तो वह अलगाव और पर्यवेक्षण के माध्यम से जल्दी ठीक हो सकता है। बैठक में जिला परिषद के सीईओ एंड्रयू फरहीम और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बाबुल बेजबरुआ ने भाग लिया।