कछाड़ जिले में 45,000 बच्चों को निमोनिया, मेनिनजाइटिस और सांस की अन्य बीमारियों के खिलाफ न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) से टीकाकरण का काम शुरू हो गया है। कछाड़ जिलाधिकारी कीर्ति जल्ली ने बुधवार को सिलचर के सतींद्र मोहन देव सिविल अस्पताल में आयोजित समारोह में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिलाधिकारी कीर्ति जल्ली ने अपने भाषण में कहा कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों को यह टीका नि:शुल्क दिया जाएगा। एडीसी युगल कृष्ण राजवंशी, ज्वाइन्ट हेल्थ डायरेक्टर विमल ज्योति शिकदार के वक्तव्य के बाद अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पीके रॉय ने अपने भाषण में कहा कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों को अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है।
हाइपरथायरायड कोरोना के प्रकोप के दौरान बच्चों को सांस की बीमारियों जैसी भयानक बीमारियों से बचाने के लिए राज्य सरकार ने इस समय यह कार्यक्रम शुरू किया है,ताकि बच्चे श्वासरोग के कारण कोरोना रोग की चपेट में न आएं। प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एसके रॉय ने कहा कि वर्तमान कोरोना की स्थिति में, बच्चों के लिए कोई कोरोना वैक्सीन नहीं है, इसलिए इस तरह के पीसीवी वैक्सीन से बच्चों में कोरोना की बीमारी को रोकने में मदद मिलेगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि डॉ बिनायक ने कहा कि टीके की पहली खुराक दो महीने की दूरी पर होनी चाहिए और पहली खुराक अधिकतम एक वर्ष की आयु के भीतर दी जानी चाहिए। ध्यान दें कि इस टीके की खुराक डेढ़ महीने की उम्र से बच्चों को दी जाती है।दूसरी खुराक साढ़े तीन महीने की उम्र में और बूस्टर खुराक नौ महीने की उम्र में दी जाती है।