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तिनसुकिया जिला के तीन शिशु गृहों के साथ विशेष सामाजिक सेवाएं प्रदान करते हुए सूर्योदय ने संपूर्ण किये 36 बर्ष।

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दुमदुमा प्रेरणा भारती 30 जुलाई : तिनसुकिया जिला को समाहित सामाजिक सेवा में अग्रणी भूमिका के साथ  सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था  सूर्योदय कल 36 वर्ष की अपनी यात्रा सफलतापूर्वक संपूर्ण करने में सक्षम होगी। एक सामाजिक संस्था के रूप में सूर्योदय सन 1987 के 31 जुलाई को माकुम के कुछ  उद्यमी नाटककारों के सम्मिलित प्रयासों से स्थापना किया गया था। नाटककारों के कोशिशों से स्थापित संस्था न केवल माकुम  तक ही सीमित रहा बल्कि तिनसुकिया जिला के साथ ऊपरी असम में भी नाट्य चर्चा के क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाते आया । सूर्योदय ने कई महत्वपूर्ण नाटक दर्शकों को उपहार में देने  में सक्षम हुआ है
 इन नाट्य समूह में पियली फूकन, पगला कृषक, राजा है ,धुआँ, रक्ताक्त भूटान, मामा भीम कांत, राजा देऊल, नूफुला फूलर मालिता,  रतरपुर के  रत्न कुंवर, रीप्ले मुख्यमंत्री, बलिया हाथी, अंध पृथ्वी आदि नाटक के अलावा सैकड़ों एकांक नाटक प्रदर्शन करके नाटक सृष्टि और प्रदर्शन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है।
सूर्योदय असम के  सांस्कृतिक दिशा में अपने क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है ।संस्था ने सन 2002  से जनसाधारण के बीच में सुश्रृखंलित समाज निर्माण के साथ  आर्थिक और सामाजिक विकास के क्षेत्र में में काम किया है। तिनसुकिया  जिला के  सीमावर्ती दुर्गम गांव अंचल लोगों के बीच संस्था ने निस्वार्थ सेवा प्रदान किया है ।ग्रामीण अंचल के लोगों के दुख, समस्या निबटारा हेतु  संबंधित अधिकारी को दृष्टि आकर्षण कर समस्या का समाधान करने का प्रयास किया । एक सामाजिक संस्था के रूप में कल 31 जुलाई को  36 वर्ष संपूर्ण करने में सक्षम हुए सुर्योदय संस्था लोगों के लिए नीरव रूप से सेवा  प्रदान कर रहे  कई लोगों को सूर्योदय पुरस्कार प्रदान करते आया है। इस वर्ष भी  समाज के विभिन्न क्षेत्र में अपने योगदान प्रदान किए गए नौ व्यक्तियों को कल माकुम के युगल किशोर केसान भवन में अभिनंदन किया जाएगा।
 असम सरकार के सांस्कृतिक परिक्रमा विभाग के सौजन्य और तिनसुकिया  जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित नाट्य कार्यशाला के उपलक्ष्य में कल शाम को “स्वाधीनता हमारा जन्मस्वत्व” नाटक का मंचन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आज के दिन स्थापित  सूर्योदय द्वारा संचालित तीन शिशुगृह में कई अनाथ बच्चे अपने सुंदर भविष्य बनाने में सक्षम हो रहा है। इन शिशु गृह  से कई बच्चे  विदेश में भी बसने का सुनहरा अवसर मिला।  एक गैर  सरकारी संगठन सूर्योदय के प्रगति और सफलता को  प्रशंसा की दृष्टि से देखा जा रहा है। समाज निर्माण में  सूर्योदय की भूमिका के साथ    निस्वार्थ  निरंतर और शांत प्रयासों की बदौलत संगठन अपनी 36वीं वर्षगांठ मना रहा है । इस संस्था के  मुख्य प्रेरक शक्ति माकुम के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता अखिल चंद्र बरुआ हैं।  तिनसुकिया जिला आयुक्त, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी, जिला के विद्यत समाज आदि ने कल संस्था के स्थापना  दिवस पर सूर्योदय को आंतरिक बधाई  और अभिनंदन ज्ञापन किया है।

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