तेजी से बढ़ रही है बराक नदी, खतरे की सीमा से 1.33 मीटर ऊपर
1 महीने के भीतर दूसरी बार मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
शिलचर, 19 जून: बराक नदी अन्नपूर्णा घाट शिलचर में खतरे की सीमा से 1.33 मीटर ऊपर बह रही है। कल सुबह 8:00 बजे खतरे की सीमा से नीचे अर्थात 19.70 थी। 9:00 बजे खतरे की सीमा 19.81 पर पहुंची।
आज सुबह 8:00 बजे की रीडिंग के अनुसार 21.14 मीटर अर्थात पिछले 23 घंटे में खतरे की सीमा से 133 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है बराक नदी। फिलहाल 8 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। रात में 4-5 सेंटीमीटर की गति से पानी बढ़ रहा था। वही सुबह होते होते 6 सेंटीमीटर, 7 सेंटीमीटर, अभी 8 सेंटीमीटर की गति से पानी बढ़ रहा है। पिछले 4 दिनों से बराक घाटी का मिजोरम और त्रिपुरा का संपर्क सड़क मार्ग से पूरे देश से कट गया है। जबकि रेल मार्ग पहले से ही बंद है। विमान उतरने में भी एयरपोर्ट पर समस्या आ रही है। ऐसी स्थिति में बाजार में आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़नी शुरू हो जाते हैं, आपूर्ति की समस्या आ जाती है। जिससे जनजीवन बेहाल हो जाता है।
पिछले 23 मई को 19.84 मीटर पर पहुंचने के बाद बराक नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया था। तब भी बराक घाटी की हालत खराब थी, अभी 21.14 मीटर से बढ़ ही रहा है, अभी क्या होगा? एक तरफ देश में आंदोलन करके देश को क्षति पहुंचाई जा रही है, दूसरी तरफ पूर्वोत्तर में प्रकृति की मार झेल रहे है, लाखों लोग।