प्रीतम दास, हाइलाकांदी, 16 फरवरी: दहेज प्रथा की बलि चढ़ी एक और महिला! यह चौंकाने वाली घटना असम के अल्गापुर थाना क्षेत्र के चिपरसंगन भाटीसांगजोरा गांव में घटी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतका शिलु बेगम की शादी कुछ साल पहले सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार चंडीपुर ग्रांट के कय्यूम हुसैन मजूमदार से हुई थी। शादी के बाद से ही उसका पति दहेज के लिए उसे प्रताड़ित कर रहा था। लेकिन समाज और परिवार की इज्जत बचाने के लिए शिलु बेगम सब कुछ सहन करती रही। गर्भवती होने के बावजूद उस पर अत्याचार कम नहीं हुए।
शक के घेरे में मौत
परिवारवालों का आरोप है कि कय्यूम हुसैन और उसके परिवारवालों ने शिलु बेगम की बेरहमी से हत्या कर दी। मृतका के मायकेवालों ने बताया कि बीते दिन शिलु बेगम के ससुराल से फोन आया कि उसकी मौत हो गई है। यह सुनते ही परिजन भागे-भागे वहां पहुंचे, लेकिन वहां का दृश्य देखकर वे सन्न रह गए। शिलु बेगम के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे, यहां तक कि गले पर भी गहरे जख्म दिख रहे थे, जिससे संदेह गहरा हो गया कि उसकी हत्या की गई है।
न्याय की मांग, पुलिस जांच जारी
शिलु बेगम के परिवारवालों ने अल्गापुर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया है और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्द-ए-खाक कर दिया है।
ग्रामीणों और मृतका के परिवारवालों ने इस घटना की गहन जांच और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। क्या कानून शिलु बेगम को इंसाफ दिला पाएगा? अब सबकी नजरें प्रशासन पर टिकी हैं।




















