हीरक बनिक, रामकृष्णनगर, 30 जून:
श्रीभूमि जिले के रामकृष्णनगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत दामछड़ा गांव के हरिजन और रैदास समाज के लोगों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि आज भी उन्हें समाज में पूजा-पाठ, विवाह एवं अन्य सामाजिक कार्यों में समान अधिकार और सम्मान नहीं मिल रहा है। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि संविधान में हर नागरिक को समानता और सम्मान का अधिकार दिया गया है, लेकिन जमीनी स्तर पर यह अधिकार उनके लिए सिर्फ एक सपना बनकर रह गया है।
मनोज हरिजन, राधेश्याम रैदास और गंगाप्रसाद हरिजन ने बताया कि गांव में किसी भी धार्मिक आयोजन, शादी या सामाजिक कार्यक्रम में उन्हें बराबरी का स्थान नहीं दिया जाता। मंदिर में प्रवेश करने से उन्हें रोका जाता है, और उन्हें बाहर ही रहने के लिए कहा जाता है। विवाह जैसे आयोजनों में भी उन्हें अलग बैठाया जाता है, जिससे वे अपमानित महसूस करते हैं। इतना ही नहीं, सामाजिक निर्णयों या आयोजनों में उनकी भागीदारी को भी हतोत्साहित किया जाता है।
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा से अपील की कि वे इस मुद्दे को संज्ञान में लें और हरिजन व रैदास समाज को उनका संविधान प्रदत्त सम्मान और अधिकार दिलाएं। प्रेस वार्ता में दुर्गा हरिजन, माखन हरिजन, मानिकचंद हरिजन, राधामोहन धारकार, बलराम हरिजन, सुभाष हरिजन, जयकुमार रैदास, विजय हरिजन, जय रैदास, चंदन हरिजन, सागर हरिजन, बाबूलाल हरिजन समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।





















