दिल्ली में धमाका: 10 नवंबर से अब तक की जांच में बड़ी प्रगति
— NIA ने चार और आरोपितों को किया गिरफ्तार, कई राज्यों में छापेमारी तेज
प्रेरणा भारती ब्यूरो रिपोर्ट दिल्ली, 21 नवंबर।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 10 नवंबर की शाम लाल किला क्षेत्र के पास हुए भीषण विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई लगातार आगे बढ़ रही है। इस धमाके को हाल के वर्षों की सबसे गंभीर घटनाओं में से एक माना जा रहा है। घटना के बाद से अब तक जांच एजेंसियाँ कई अहम कड़ियाँ जोड़ चुकी हैं।
10 नवंबर: लाल किला के पास कार में विस्फोट
10 नवंबर को शाम करीब 6:50 बजे एक कार में तेज धमाका हुआ। विस्फोट के बाद आसपास के कई वाहन आग की चपेट में आ गए और क्षेत्र में अफरा-तफरी फैल गई। घटना में कई लोग हताहत हुए, जबकि कई घायल नागरिक अस्पताल में उपचाररत हैं। घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस, एनएसजी और फॉरेंसिक टीमें मौके पर पहुँचीं और क्षेत्र को सील कर जांच शुरू की।
जांच का दायरा बढ़ा, आतंकी षड्यंत्र की आशंका मजबूत
प्रारंभिक जांच में विस्फोटक सामग्री के अवशेष मिलने के बाद इसे सुनियोजित आतंकी वारदात मानते हुए केंद्रीय एजेंसियों को जांच सौंपी गई। विभिन्न स्थानों से मिले सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्धों की पहचान में तेजी आई। जांच टीम को कार की नंबर प्लेट और उसकी हालिया गतिविधियों से अहम सुराग मिले।
कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा में छापे
धमाके के बाद ही जांच एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा के कई इलाकों में छापेमारी की। कुछ घरों से विस्फोटक सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
20 नवंबर: NIA ने चार मुख्य आरोपियों को पकड़ा
जांच में तेजी लाते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 20 नवंबर को चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से तीन आरोपी जम्मू-कश्मीर के बताए जा रहे हैं, जबकि एक आरोपी की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश से हुई। एजेंसी के अनुसार, ये चारों व्यक्ति घटनास्थल पर इस्तेमाल कार, विस्फोटक की सप्लाई और योजना तैयार करने में भूमिका निभा रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट, राजधानी में बढ़ाई गई चौकसी
विस्फोट के बाद दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बाजारों और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। खुफिया एजेंसियों को संभावित संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है।
जांच जारी, और गिरफ्तारियों की संभावना
सूत्रों के अनुसार, NIA जल्द ही कुछ और व्यक्तियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। बरामद डिजिटल डिवाइस और फोन रिकॉर्ड के विश्लेषण से नई जानकारियाँ मिल रही हैं। जांच एजेंसियों की टीम विस्फोट की पूरी साजिश, फंडिंग और मदद करने वाले नेटवर्क की गहराई तक पड़ताल कर रही है।
सरकार सख्त, दोषियों को कड़ी सजा का आश्वासन
केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि इस हमले में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। गृह मंत्रालय नियमित रूप से जांच की प्रगति की समीक्षा कर रहा है।





















