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देर से पहुंची दमकल लाखों की सामान जलकर राख!
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। देश की राजधानी दिल्ली से यूपी के सीतापुर जा रही एक डग्गामार स्लीपर बस में आज बुधवार तड़के लखीमपुर खीरी जनपद के मैगलगंज कस्बे के मुख्य चौराहे पर अचानक आग के गोले में तब्दील हो गई। देखते ही देखते पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बस में करीब एक सैकड़ा यात्री सवार थे, जिनमें से कई ने अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों और दरवाजों से कूदकर किसी तरह बाहर निकलना ही बेहतर समझा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस सीतापुर जाने से पहले मैगलगंज चौराहे पर रुकी थी, जहां कुछ यात्री उतर रहे थे और बाकी जलपान करने लगे। तभी अचानक बस के पिछले हिस्से से धुआं उठने लगा। ड्राइवर और यात्रियों ने कारण जानने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि कुछ समझ पाते, आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।
आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी बस धधकने लगी। चारों ओर से चीख-पुकार और भगदड़ मच गई। स्थानीय लोगों ने साहस दिखाते हुए यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की और झुलसे हुए लोगों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। तकरीबन 20 यात्री मामूली रूप से झुलसे बताए जा रहे हैं।
आग लगने की सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचने में करीब दो घंटे का वक्त लगा। जब तक आग बुझाने की गाड़ियां पहुंचीं, तब तक बस पूरी तरह राख में तब्दील हो चुकी थी। बस में सवार यात्रियों का सारा सामान, बैग, मोबाइल, नकदी और जरूरी दस्तावेज सब कुछ जलकर खाक हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर दमकल की गाड़ी समय पर पहुंच जाती, तो नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता था। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया है और आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
मैगलगंज चौराहे पर हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है—क्योंकि यह हादसा सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि जिम्मेदार विभागों की सुस्ती का एक जिंदा उदाहरण बन गया है।





















