23 Views
हम दीप एवं अगरबत्ती खुशबू एवं वातावरण को खुशनुमा बनाने के लिए प्रकाश की तरफ हाथ फैलाने के लिए करते हैं। दीपावली 31 अक्टूबर को है इस साल अयोध्या में 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई बौद्ध आदिवासी एवं अन्य को रोजगार एवं अन्य लाभ मिलेगा वहीँ विश्व में एक रिकॉर्ड बनेगा। इससे सिर्फ नाम के लिए ही नहीं बल्कि सामाजिक धार्मिक सनातनी एकता के लिए भी ऐसे कार्यक्रम देश ही नहीं समूचे विश्व में आयोजित होंगे।
दीपक लगभग सारे देश में रोजाना सुबह शाम जलते है लेकिन एक दिन एक साथ जलाने से उस दिन समारोह की जगह उत्सव बन जाता है। गायत्री परिवार द्वारा सालभर दीपोत्सव दीप यज्ञ आयोजित किया जाता है जो काफी सरल एवं सस्ता होता है। देशी शुद्ध घी से मन घर में दुषित भावना खत्म हो जाती है तथा वातावरण शुद्ध होने से आक्सीजन बन जाती है।
आज ही के दिन देश के लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म दिन है उन्होंने 565 रियासतों को स्वतंत्र भारत में विलय करवाया। सिर्फ हेदराबाद एवं जुनागढ को सेना के बल पर मिलाया।
इंदिरा गाँधी ने पाक का अंग काटकर बंगलादेश बनाया सिक्किम को चीन से बचाकर अलग राज्य बनाया। बैंकों का राष्ट्रीय करण किया। लेकिन भारत में आपातकाल लगाकर देश में ऐसा माहौल खङा किया जो उससे इंदिरा गाँधी हार गयी लेकिन फिर सत्ता में आई।
इन दोनों फौलादी नेताओं के नाम से भी हमें दीप जलाकर याद करना चाहिए।
युग पुरुष हमारे अराध्य देवता दिवंगत बुजुर्गों का जन्म दिन एवं पुण्यतिथि मनाने से वर्तमान पीढ़ी एवं भावी पीढ़ी को एहसास होता है कि इतिहास में कौन कौन थे उनके योगदान एवं देश समाज एवं अपने परिवार के साथ क्या रिश्ता था।
मदन सुमित्रा सिंघल
पत्रकार एवं साहित्यकार
शिलचर असम
मो 9435073653