नई दिल्ली, 9 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत में कारोबारी माहौल से कारोबारी विशेषज्ञ और निवेशक भारत में निवेश करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चलते भारत ने जो विकास किया है वो हर क्षेत्र में नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री राजस्थान के जयपुर में जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केन्द्र (जेईसीसी) में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट- 2024 और राजस्थान वैश्विक व्यापार एक्सपो का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान अपने कुशल कार्यबल और विस्तारित बाजार के कारण निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उभर रहा है।
मोदी ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया था, जबकि पिछले एक दशक में ही भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था और निर्यात लगभग दोगुना हो गया है। 2014 से पहले के दशक की तुलना में पिछले दशक में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी दो गुना से अधिक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भारत का बुनियादी ढांचा व्यय लगभग 2 ट्रिलियन रुपये से बढ़कर 11 ट्रिलियन रुपये हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सफलता लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, डिजिटल डेटा और डिलीवरी की असली ताकत को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में लोकतंत्र की सफलता और सशक्तिकरण अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आने वाले कई वर्षों में भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक होगा और भारत में युवाओं की सबसे बड़ी संख्या के साथ-साथ सबसे बड़ा कुशल युवा समूह भी होगा।
आज की दुनिया में हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और डेटा के महत्व पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि यह सदी तकनीक-संचालित और डेटा-संचालित है। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में लगभग 4 गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेनदेन में नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया को लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और डेटा की अपनी वास्तविक शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है। मोदी ने कहा, “भारत ने दिखाया है कि कैसे डिजिटल तकनीक का लोकतंत्रीकरण हर क्षेत्र और समुदाय को लाभान्वित कर रहा है”। यूपीआई, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सिस्टम, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम), ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीवीसी) जैसी भारत की विभिन्न डिजिटल पहलों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं जो डिजिटल इकोसिस्टम की शक्ति को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने कहा कि इनका व्यापक प्रभाव राजस्थान में भी स्पष्ट होगा।
पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद की सरकारों की प्राथमिकता न तो देश का विकास था और न ही देश की विरासत और इसका खामियाजा राजस्थान को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विकास के साथ-साथ विरासत के मंत्र पर काम कर रही है जिससे राजस्थान को बहुत फायदा होगा।
भारत के समृद्ध भविष्य में पर्यटन की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में प्रकृति, संस्कृति, रोमांच, सम्मेलन, गंतव्य विवाह और विरासत पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं। मोदी ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच करीब 5 करोड़ विदेशी पर्यटक भारत आए, जबकि 2014 से 2024 के बीच तीन-चार साल कोविड प्रभावित रहने के बावजूद 7 करोड़ से ज्यादा विदेशी पर्यटक भारत आए हैं। मोदी ने कहा कि कोविड के दौरान पर्यटन ठप रहने के बावजूद भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी हद तक बढ़ोतरी हुई है।
भारत में विनिर्माण को बढ़ाने में पीएलआई योजना की निरंतर बढ़ती भूमिका पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएलआई योजना के कारण लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, लगभग 11 लाख करोड़ रुपये के उत्पाद बनाए जा रहे हैं और निर्यात में 4 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि लाखों युवाओं को रोजगार मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एमएसएमई के मामले में राजस्थान भारत के शीर्ष 5 राज्यों में से एक है। मोदी ने कहा कि राजस्थान में 27 लाख से अधिक लघु और सूक्ष्म उद्योग हैं, जिनमें 50 लाख से अधिक लोग छोटे उद्योगों में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें राजस्थान का भाग्य बदलने की क्षमता है।