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दुमदुमा प्रेरणा भारती 24 दिसम्बर : राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नाक) (NAAC) ने आज दुमदुमा कॉलेज में नई शिक्षा नीति के आलोक में राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की। हाइब्रिड मोड में आयोजित कार्यशाला ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से आयोजित की गई । इस अवसर पर आज महाविद्यालय के परिचर्चा कक्ष में NEP- 2020 : Re-energizing the education sector in India” शीर्षक सत्र में विभिन्न जगह के अनेक शोध-पत्रों के वाचन हेतु विभिन्न स्थानों से आये शोधार्थियों, प्रोफेसरों एवं अन्य शोधार्थियों का पंजीयन आज महाविद्यालय में हुआ। दुमदुमा महाविद्यालय के सौजन्य से आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के कॉलेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रकाश दत्त ने दीप प्रज्वलित करके सेमिनार का उद्घाटन किया ।
सेमिनार का स्वागत भाषण परिचर्चा के समन्वयक डॉ. प्राणजीत सैकिया ने किया। आयोजन में उद्घाटन भाषण कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कमलेश्वर कलिता ने दिया। उन्होंने मुख्य मुद्दों पर चर्चा करते हुए चिंता जताई कि कोठारी आयोग ने देश की शिक्षा व्यवस्था में छह फीसदी निवेश की सिफारिश की थी लेकिन अब यह राशि घटकर तीन फीसदी रह गयी है। नई शिक्षा नीति को देश में शिक्षा व्यवस्था पर परिवर्तन किए जाने के लिए सकल घरेलु उत्पादत प्रतिशत में वृद्धि करने पर अपना विचार व्यक्त किया। उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य भाषण में तिनसुकिया कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राचार्य और एकता के पूर्व अध्यक्ष राणा कुमार चांगमाई ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश की संभावनाओं और चुनौतियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी । सभा में मुख्य अतिथि के रूप में अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज सेंटर के कुलपति प्रोफेसर डीएस हैनवेल ने देश की नई शिक्षा नीति पर चर्चा प्रस्तुत की। अपने वक्तव्य में इस तरह के विचार गोष्ठी से समय में उपयोगी होने के साथ नई दिशा में विकास होने का आशा व्यक्त की । साथ ही इसके संभावित चुनौतियों को भी रेखांकित किया । दोपहर 12 बजे से आयोजित विचार गोष्ठी के ऑफलाइन सेमिनार के संचालक डॉ. लोकमन अली तथा डॉ. दीपक कुमार महंत एवं दीपक रंजन बरुआ ने ऑनलाइन सेमिनार का संचालन किया। कुल 38 शोध पत्र पेपर पढ़े गए और उन पर चर्चा की गई और संचालकों ने शोध पत्र के ऊपर अपना विचार प्रस्तुत किया । बाद में समापन समारोह में शोध पत्र पाठ किए गए सभी को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। समारोह के अंत में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर मिंटू उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।