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दुमदुमा में अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया गया।

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दुमदुमा प्रेरणा भारती 22 फरवरी :– तिनसुकिया जिला साहित्य सभा के सौजन्य  और रूपाई शाखा साहित्य सभा एवं वीर राघव मोरान आदर्श सरकारी महाविद्यालय के सहयोग से  रुपाई साइडिंग के वीर राघव मोरान आदर्श सरकारी महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया गया। तिनसुकिया जिला साहित्य सभा के नवनिर्वाचित उप-सभापति चन्द्र कुमार बरूआ ने दीप प्रज्ज्वलित किया, वहीं वीर राघव मोरान सरकारी आदर्श महाविद्यालय के अध्यक्ष डॉ अमर ज्योति सैकिया ने स्वागत भाषण दिया एवं रूपाई शाखा साहित्य सभा के सभापति बेनु बोरा ने उद्घाटन भाषण दिया।इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विशिष्ट कवि – अनुवादक डॉ रंजित दत्त , निमंत्रित अतिथि असम साहित्य सभा के पूर्व उप-सभापति डॉ गिरिश हैंडिक और असम साहित्य सभा के अंत: राज्यिक जनगोष्ठी समन्वय सद्भावना प्रतिष्ठा के समन्वयक सुनील गुरूंग , तिनसुकिया जिला साहित्य सभा के सभापति लखेश्वर चेतिया , सचिव अरूप चांगमाई, असम साहित्य सभा के पूर्व प्रतिनिधि अरूणिमा संदिक ,पूर्व कार्य निर्वाहक सदस्य देवेन डेका , तिनसुकिया जिला साहित्य सभा के पूर्व सभापति अर्जुन बरूआ , असम विज्ञान समिति के दुमदुमा शाखा के सचिव धीरेन डेका , अखिल असम लेखिका समारोह दुमदुमा शाखा की पूर्व सभा नेत्री इंदु दत्त ऊजीर , दुमदुमा सिनियर सेकेण्डरी स्कूल की अध्यक्षा माला बरूआ काकोती , तिनसुकिया जिला पत्रकार संस्था के सचिव राणा ज्योति नेऊग , सदिया  , लिडु , बालिजान , बरजान , डिगबोई , पानीतोला , बरगुड़ी , तिनसुकिया , माकुम , दुमदुमा , बरगोलाई आदि  साहित्य सभा के अधिकारीगण तथा स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे । इस कार्यक्रम में सप्तसप्तिम पाठशाला असम साहित्य सभा के अधिवेशन में श्रेष्ठ शाखा से पुरस्कृत सदिया शाखा साहित्य सभा , विशेष शाखा साहित्य सभा हेतु पुरस्कृत लिडु और दुमदुमा शाखा साहित्य सभा ,श्रेष्ठ संगठक से पुरस्कृत राणा ज्योति नेऊग , जिला प्रतिनिधि पुरस्कार प्राप्त कर्ता  अरुणिमा हैंडिक और निष्ठावान पत्रकार पुरस्कार प्राप्त कर्ता रवीन मोरान को  गमछा , प्रशस्ती पत्र और मोमेंटो रुपाई शाखा साहित्य सभा की ओर से प्रदान  करके अभिनन्दन किया गया।  सभा के प्रारंभ में रूपाई शाखा साहित्य सभा की सदस्याओं रूनुमनी दत्त भुंया , अर्पना सेनापति गोगोई , जुनुन बोरा , काकली देवी बरुआ , जिनु गोंहाई , संगीता बरूआ डेका , संगीता चौधरी और रूनटि बरदलै ने गीत प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए आयोजित असम की मातृभाषा में कविता , गीत और भाषण कार्यक्रम में किया कार्बी भाषा में डिफु महाविद्यालय की अध्यापिका डॉ कादम्बिनी तेरांगपी , विउटी टकबीपि , धेमाजी के सदानंद हाजंग , चांदु भाषा में प्रियजंय परस तांती , टिंगफो में सुखीनी दुबनीया , टाईफाक में चुपाती पुमुंग , मोरान भाषा में योग्य फुकन , सोनोवाल कच्छारी भाषा में हिरण्य सोनोवाल , टाई आहोम भाषा में चाउ गुनीन गोगोई , चाउ हरिनील गोगोई , नांगल कविता मेस गोगोई , रूप ज्योति आरंधरा , रूपाली गोगोई सैकिया , काश्मिरी गोगोई बरबरा, रश्मि गोगोई महानन्द , पिंकी गोगोई, चित्रा गोगोई ने किया । इस कार्यक्रम का समन्वयन बीर राघव मोरान सरकारी आदर्श महाविद्यालय की अध्यापिका करबी दत्त और अन्बेशा गोगोई ने संयुक्त रूप से किया।  प्रोफेसर मणि कंकणा गोंहाई ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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