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दुमदुमा प्रेरणा भारती गोरखनाथ गुप्ता अक्टूबर :– देश में विभिन्न स्थानों के साथ साथ दुमदुमा में भी दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों पर है और कल बेलवरण में मां दुर्गा के आह्वान के बाद शनिवार से दुर्गोत्सव प्रारंभ हो जाएगा । चाय नगरी दुमदुमा में करीबन दर्जनों पुजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है वहीं अंचल में पच्चासों दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है ।नगर खेल मैदान में आयोजित होने वाली नगर में मुख्य आकर्षण दुमदुमा दुर्गा पुजा समिति रहती है।वहीं दुमदुमा की सबसे पुरानी दुमदुमा असमीया पूजा और नाट्य मंदिर अपने पूजा के 120 वर्ष में प्रवेश कर रही है।दुसरी ओर सन् 1944 से आयोजित दुमदुमा हिन्दुस्तानी दूर्गा पूजा बड़े ही उत्साह के साथ दुर्गोत्सव की तैयारियां कर रहे हैं । प्रत्येक वर्ष भांति इस बर्ष भी आश्विन शुक्ल पक्ष से दुर्गा सप्तशती पाठ आचार्य ज्ञानेंद्र उपाध्याय द्वारा किया जा रहा है वहीं सप्तमी को भजन संध्या पर आमंत्रित कलाकार ज्योतिका बरूआ भक्ति रस से भक्तों में समां बांधेगी। वहीं दुमदुमा बंगीय दूर्गाबाड़ी में भी पूजा की तैयारियां अंतिम चरण में है । दुमदुमा में कोलियापानी , आजाद रोड ,कुम्हारपट्टी , ऊंचामाटी , रेलवे स्टेशन ,मैन रोड उड रोड ,न्यु ऊंचामाटी सहित अनेक स्थानों पर बड़े ही उत्साह और धूमधाम से दुर्गोत्सव मनाया जाएगा । दुमदुमा में आकर्षण का केंद्र रहने वाली नगर खेल मैदान में मारवाड़ी दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बेहद ही सुन्दर तरीके से बर्फीले पहाड़ों के बीच दिखाया गया है और पंडाल के अंदरूनी भाग को भी बेहद भव्य और आकर्षक बनाया गया है । तिनसुकिया जिला आयुक्त स्वप्ननिल पाल ने पुजा कमेटीयो को दिशा निर्देश जारी किया है जिसमें सभी पुजा कमेटीयो को पंडालो में लाउडस्पीकर तथा सांऊन्ड सिस्टम को रात्रि दस बजे के बाद बन्द करने का एवं सिंगल युज प्लास्टिक से उपयोग से बचे, प्रवेश द्वार निकास द्वार पर अपने अपने पुजा समिति फोटो युक्त वॉलिंटियर रख कर दर्शनर्थियों को सुविधा प्रदान। पूजा समितियां द्वारा पुरुष एवं महिलाओं के लिए शौचालय का सुविधा प्रदान करना ताकि दूरदराज की आए हुए भक्तों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।