कछार (असम)। दुर्गा पूजा के बाद बराक घाटी में स्थापित होने वाले मिनी सचिवालय पर काम शुरू हो जाएगा। अगले तीन साल में मिनी सचिवालय का काम पूरा हो जाएगा। प्रदेश सरकार मिनी सचिवालय के लिए
116 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत कर चुकी है। इस कार्य के लिए टेंडर 24 सितम्बर को आमंत्रित किया जाएगा।
ये बातें शनिवार को अपने दो दिवसीय बराक घाटी के पहले दिन कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर में मुख्यमंत्री डॉ. हिमांता बिस्वा शर्मा ने कही। शनिवार को मुख्यमंत्री सिलचर के श्रीकोना में स्थापित किए जाने वाले मिनी सचिवालय के लिए निर्धारित स्थल का दौरा करने के बाद मीडिया के साथ बातचीत की।
गौरतलब है कि दो मार्च, 2019 को वन मंत्री परिमल शुक्लबैद्य और सिलचर के सांसद डॉ. राजदीप रॉय ने मिनी सेक्रेटेरिएट का भूमि पूजन किया था। बराक घाटी में बनने वाले मिनी सचिवालय में क्या-क्या काम होगा, इसके बारे में
भी मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया।
गौरतलब है कि वर्तमान में सिलचर के सदर घाट स्थित अस्थायी भवन में इस समय मिनी सचिवालय का कामकाज चल रहा है। मिनी सचिवालय बनाए जाने के पीछे राज्य सरकार की यह मंशा है कि बराक घाटी के लोगों के सचिवालय से संबंधित काम के लिए अनावश्यक लंबी यात्रा कर गुवाहाटी न आना पड़े।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा के सख्त निर्देश के बावजूद सिलचर के सर्किल अधिकारी और बंदोबस्त कार्यालयों में दलाल खुलेआम पैसे ऐंठने को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गये सवाल के संदर्भ में डॉ सरमा ने कहा कि ऐसे लोगों के विरूद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे।
दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत शनिवार को सिलचर पहुंचे मुख्यमंत्री ने शनिवार को सिलचर पहुंचने के बाद शहर के बाईपास कार्य का अवलोकन किया और रेडक्रॉस अस्पताल में नए भवन की आधारशिला रखी। वे दोपहर में सिलचर मेडिकलकॉलेज एवं अस्पताल में बच्चों के लिए नवनिर्मित 40 आईसीयू बेड और अन्य 30
आईसीयू बेड को लोगों की सेवा में समर्पित किया।
मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम सिलचर गेस्ट हाउस में बिताएंगे। वहीं रविवार की सुबह करोड़ों रुपये की लागत से प्रसिद्ध भुवन मंदिर जाने के लिए बनाए जा रहे सड़क का अवलोकन करने के बाद भुवन मंदिर में दर्शन भी करेंगे। इसके
बाद कछारी राजा की राजधानी खासपुर का भी भ्रमण करेंगे।