काबुगंज, 3 अप्रैल: धोलाई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नंद गांव, नवाबाजार के निवासी शंकर रविदास को 28 मार्च की रात कुछ बदमाशों ने उनके घर में घुसकर बेरहमी से हमला कर दिया। इस हमले में उनकी एक आंख की रोशनी चली गई और वह फिलहाल शिलचर मेडिकल कॉलेज में गंभीर हालत में भर्ती हैं।
क्या है पूरा मामला?
घायल शंकर रविदास के अनुसार, उनके गांव में स्थित एक सरकारी सड़क को कुछ दिन पहले तीन भाइयों – दिनेश, दीपक और देवाशीष रविदास – ने जबरन बंद कर दिया था। कुछ दिनों बाद गलती से शंकर रविदास की एक बकरी उस सड़क पर चली गई, जिसे इन तीनों भाइयों ने पकड़कर बांध लिया। शंकर किसी तरह बकरी को छुड़ाकर लाए और गांववालों से इस विषय पर चर्चा की, जिसके बाद इस पर पंचायत बुलाई गई। लेकिन आरोपी तीनों भाई पंचायत में हाजिर नहीं हुए।
इसके बाद दिनेश और उसके भाई रोज रात उनके घर के सामने आकर शराब के नशे में गाली-गलौज करने लगे। परेशान होकर शंकर रविदास ने 18 मार्च को नरसिंहपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक के पास फरियाद लगाई।
हमला और लूटपाट
शिकायत के कुछ ही दिन बाद, 28 मार्च की रात, दिनेश, दीपक और देवाशीष ने शंकर रविदास के घर पर घातक हथियारों से हमला कर दिया। उनके सिर और बाईं आंख पर गंभीर चोटें आईं। साथ ही, हमलावर उनके घर से नगद ₹10,000 भी लूटकर फरार हो गए। परिवारवालों और पड़ोसियों ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उन्हें शिलचर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे
इस हमले के बाद पुलिस में मामला दर्ज किया गया, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे शंकर रविदास और उनके परिवार में भय का माहौल बना हुआ है। उनका परिवार प्रशासन से मांग कर रहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
क्या प्रशासन करेगा न्याय?
अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता दिखाता है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।





















