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रायपुर छत्तीसगढ़, 30 नवंबर: पिछले 27 नवम्बर को छत्तीसगढ़ महासमुंद के ग्राम जोगीदादर श्री गोविंद गौशाला में विश्व हिन्दू परिषद गोरक्षा केंद्रीय मंत्री एवं पूर्वोत्तर असम, बंगाल, उड़ीसा के प्रभारी उमेश चंद्र पोरवाल जी उड़ीसा के बरगड़ जिला के राजेन्द्रपुर गौशाला से जोगीदादर गौशाला पहुंचे। वहीँ पर भिलाई से डॉ – वैभव तिवारी डीन फैकेल्टी ऑफ फार्मास्यूटिकल्स साइंसेज श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई, छत्तीसगढ़ पहुँचे। दोनों अतिथियों ने श्री गोविन्द गौशाला समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठकर गौशाला को स्वावलंबी और रोजगार युक्त बनाने पर वार्ता की। दोनों अतिथियों ने गाय का पूजन-आरती कर गौग्रास खिलाकर गौशाला की व्यवस्था देखी, जहां गौशाला में गोमूत्र अर्क और फसल रक्षक कीट नियंत्रक एवं गोबर से केंचुआ खाद का अच्छा निर्माण हो रहा है, साथ ही गोबर से बनने वाले अनेक गो उत्पाद निर्माण कर क्षेत्र के लोगों को रोजगार युक्त बना सकती है गौशाला। ऐसा डॉक्टर वैभव तिवारी जी ने कहा कि देश का पहला राज्य छत्तीसगढ़ है, जहां सरकार किसानों गोपालकों का गोबर और गोमूत्र भी खरीदती है। पोरवाल जी ने कहा गौमाता जहां रहती है, वहां सकारात्मक ऊर्जा निर्माण होती है। सुखी जीवन, उपजाऊ धरती, भूजल पूर्ति, जलवायु संतुलन ,पौष्टिक आहार, प्रभावी औषधि, सात्विक चेतन धार्मिक गति ज्ञान एवं बुद्धि बल एवं स्वास्थ्य ,समृद्ध-किसान, सशक्त राष्ट्र के निर्माण में गाय का बहुत बड़ा योगदान है। समस्याएं अनेक, समाधान एक हमारी प्रिय गौमाता, ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर श्री गुरु जी कहा करते थे जो आज सत्य और यथार्थ हो रहा है । श्री पोरवाल जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य जहां की सरकार गोबर एवं गोमूत्र को खरीदती है ऐसे राज्य की सभी गौशालाओं को रोजगार युक्त स्वावलंबी बनाया जा सकता है। गौशाला अध्यक्ष सखाराम चौधरी ने दोनों अतिथियों का सम्मान किया। गौशाला व्यवस्थापक नित्यानंद चौधरी ने आभार व्यक्त किया एवं कहा आपके मार्गदर्शन की जरूरत है गौशाला को उसी से हम गौशाला केंद्रित दस गांव को जैविक ग्राम बनाने का संकल्प लेते हैं।