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दो दशक बाद, काछार पत्रकार संघ की बैठक में नई समिति का गठन किया गया। हारान दे को अध्यक्ष, बहारउद्दीन चौधरी को महासचिव चुना गया।बैठक में शिलचर शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों सहित काछार के हर विधानसभा क्षेत्र के कार्यरत प्रतिष्ठित पत्रकारों ने भाग लिया।उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों के पत्रकारों का आह्वान किया कि वे समय के साथ तालमेल बिठाते हुए समाज और राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए आगे आएं।
बैठक में परितोष पाल चौधरी स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार की घोषणा की गई।बराक के पत्रकारों के इतिहास पर एक पुस्तक प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया।काछार पत्रकार संघ का पुनर्गठन किया गया। संस्था की स्थापना 1999 में दिवंगत परितोष पाल चौधरी, एक प्रमुख पत्रकार, नेताजी शोधकर्ता और मातृभाषा आंदोलन के कमांडर-इन-चीफ द्वारा की गई थी।यह असाधारण संगठन गांव और शहर के बीच एकता की भावना को जगाने और असली मेहनतकश पत्रकारों की प्रतिभा और कौशल को विकसित करने के साथ-साथ उनके न्यायसंगत अधिकारों को साकार करने के उद्देश्य से पैदा हुआ था। करीब दो दशक बाद रविवार को शिलचर काछार जिला परिषद के सम्मेलन कक्ष में कोविड प्रोटोकॉल के तहत , हुई बैठक में संगठन की नई समिति का गठन किया गया। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्वोत्तर की सबसे पुरानी समाचार एजेंसी के प्रमुख हारान दे को नवगठित समिति का अध्यक्ष चुना गया है। लखीपुर के नैतिक शील को क्रमश: उपाध्यक्ष चुना गया है। इनोवेशन के अब्दुल हाई लश्कर, शिलचर के देवदुलाल मालाकार, बहार उद्दीन चौधरी को महासचिव चुना गया है। समिति के अन्य सदस्यों में कोषाध्यक्ष नूरुल हुडा लश्कर, सह-उपाध्यक्ष अनिर्बान भट्टाचार्य, काठीघोड़ा अमलेंदु मालाकार और सोनायर मजबुल हक लश्कर, काठीघोड़ा के शमींद्र पाल प्रवक्ता बने और शिलचर के बिश्वरूप पुरकास्त्य सहायक प्रवक्ता हैं। कार्यकारी समिति के सदस्य शिलचर के मदन सिंघल, अनुपम मंडल, मेहराज उद्दीन चौधरी , अंतरा मुखर्जी, बरखाला के खैरुल आलम मजूमदार, लखीपुर के पुलक दास और अन्य प्रमुख पत्रकार।जल्द ही कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा और नए सदस्य जोड़े जाएंगे। बैठक में परिष्कृत डिजिटल युग में पत्रकारिता की चुनौतियों पर चर्चा की गई। नवनिर्वाचित अध्यक्ष हारोन दे ने सभी स्तरों पर पत्रकारों का आह्वान किया कि वे ग्रामीण-शहरी विभाजन को भूलकर समय के साथ कदम मिलाकर समाज और राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को पूरा करने के लिए आगे आएं। साथ ही अपने स्वयं के कौशल का विकास कर विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारों पर जोर देने के साथ-साथ साकार करने में एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एजेंसी जल्द ही संबंधित अधिकारियों से संपर्क करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि काछार के असली पत्रकारों को सरकारी मान्यता कार्ड मिले। महासचिव बहाउद्दीन चौधरी ने अपने भाषण में पत्रकारों की प्रतिभा को विकसित करने और समग्र कार्यशालाओं के आयोजन के लिए सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने और एकजुट मानसिकता के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि संगठन का वार्षिक सम्मेलन अगले पूजा उत्सव के बाद होगा और समसामयिक मुद्दों पर चर्चा, बराक की पत्रकारिता के इतिहास पर पुस्तकों का प्रकाशन, मेधावी लोगों का स्वागत आदि विषयों पर चर्चा होगी।
आयोजन सचिव बिप्लब पाल चौधरी ने घोषणा की कि सम्मेलन में परितोष पाल चौधरी मेमोरियल पत्रकारिता पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार में नकद, प्रमाण पत्र, उपहार आदि शामिल होंगे। रविवार को हुई बैठक में शिलचर शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों के हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यरत पत्रकारों ने भाग लिया। बैठक के प्रारंभ में दिवंगत पारितोष पाल चौधरी को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।