प्रे.सं.लखीपुर, २४ जुन : बीते कल साम को लखीपुर क्षेत्र के बांसकांदी इलाके के, मौलाना अहमद सईद गोबिन्दपुरी ने, भारत के चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में असम के संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों को फिर से परिभाषित करने के लिए जो योजना जारी की है। उसपर विषय पर बात करते हुए अहमद सईद ने कहा कि, प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया अलोकतांत्रिक है, २ विधानसभा सीटों समाप्त कर देना विशेष रूप से बराक घाटी को मताधिकार से वंचित करना है। यह घटिया, अलोकतांत्रिक, हिटलरशाही, राजनीति है।बराक घाटी में फिलहाल १५ विधायक और दो सांसद हैं। जहां पुनर्गठन के ५४ वर्षों के बाद जनसंख्या लगभग दोगुनी हो गई थी, वहां विधानसभा की संख्या १५ से बढ़ाकर १८ या २० की जानी चाहिए थी। दोनों सभाओं का योग क्यों कम किया गया? इस हरकत के खिलाफ पूरी बराक घाटी गरजेगी। पूरे असम में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से जोरदार, शांतिपूर्ण आंदोलन चलाया जाएगा। गोविंद पुरी ने कहा, घाटी के विभिन्न संगठनों को जागरूक किया जाना चाहिए और यदि आवश्यक हुआ तो हम बराक घाटी को अलग राज्य की मांग पर , गणतांत्रिक रुप से आंदोलन करने प्रयास करेंगे। एक ओर, पांचग्राम पेपर मिल, चीनी मिल समाप्त करना , दुसरी ओर बराक घाटी से दो विधानसभा सीटों को समाप्त करना, इन विषयों को लेकर , जागरूक नागरिकों को कड़ा विरोध करना चाहिए ।





















