यशवंत पांडेय शिलकुड़ी 7 अप्रैल। दक्षिण असम के प्राचीनतम ऐतिहासिक स्थल श्री श्री बरम बाबा मंदिर संलग्न श्री श्री संकट मोचन हनुमान जी की मंदिर में बड़े ही धूमधाम से श्रद्धा एवं भक्ति के बीच दो दिवसीय हनुमान जन्मोत्सव व रजत जयंती समारोह मनाया गया। 5 अप्रैल को सुबह 8:00 बजे से बरम बाबा मंदिर जी आचार्य पंडित सविता शर्मा जी के नेतृत्व में तुलसीदास कृत रामचरितमानस पाठ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर शिलकुड़ी चाय बागान के वरिष्ठ प्रबंधक विकास पटेल, बरम बाबा मंदिर परिचालना कमेटी के अध्यक्ष डी एन सिंह, नवगठित हनुमान जन्मोत्सव व रजत जयंती समारोह के अध्यक्ष रतनलाल नुनीया, उपाध्यक्ष रंजन सिंह , महासचिव कैलाश यादव, कुबेर नुनिया, संयुक्त सचिव अजीत नुनिया, प्रदीप नुनीया, कोषाध्यक्ष सन्तोष कुर्मी, प्रचार सचिव जवाहर लाल पाण्डेय, मार्गदर्शक मनोज जायसवाल आदि उपस्थित होकर अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ किया। जो 24 घंटे तक चला। 24 घंटे तक चले इस अखंड रामायण पाठ को बरमबाबा मन्दिर के पुरोहितों एवं
बराकघाटी के विभिन्न प्रांत से आए रामचरितमानस पाठकों ने पाठ कर सुचारु रुप से संपादन किया। ६ अप्रैल को रामचरितमानस पाठ समापन के पश्चात श्री श्री हनुमान जी की विधिवत पूजा अर्चना की गई इसके बाद हनुमान जी की हवन यज्ञ व महाआरती की गई तत्पश्चात बरम बाबा मंदिर से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई जो बरम बाबा मंदिर होते हुए बारिकनगर, तंबूटीला फकीरटिला एनआईटी पॉइंट्, जोगीपाड़ा,
घुंघुर बाईपास होते हुए पुनः एनआईटी पॉइंट, बारीकनगर शिलकड़ी और शिलकड़ी कैंप से वापस होते हुए बरम बाबा मंदिर पर पहुंची। इधर दिन 12:00 बजे से ही प्रसाद का वितरण किया जा रहा था जिसमें बराक घाटी के विभिन्न क्षेत्र से लगभग १० हजार लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। रजत जयंती समारोह को सफल बनाने में बराकघाटी के विभिन्न क्षेत्र से लोगों ने तन मन धन से सहयोग कर सफल बनाया। विशेष रुप से शिलकड़ी, बारिकनगर, फकीरटीला ,भोराखाई, घुंघूर, दुर्गाकोना वासियों ने सहयोग किया ।