नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रूस-यूक्रेन युद्ध में अवैध तरीके से युवाओं को भेजने के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने मार्च में कुल कंसल्टेंसी और उनके मालिकों समेत कुछ लोगों पर मामला दर्ज किया. इसके बाद सात राज्यों में छापेमारी भी की. एजेंसी ने इस मामले में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और मानव तस्करी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
दरअसल, रूस के कुछ इलाकों से कुछ वीडियो सामने आए थे, जिसमें कंसल्टेंसी के कुछ लोग भारतीयों को नौकरी के नाम पर रूस बुला रहे थे. ये लोग युवाओं को बुलाते तो नौकरी के नाम पर थे, लेकिन वहां पहुंचने पर वॉर जोन में धकेल देते थे. जैसी ही मामला संज्ञान में आया सीबीआई ने जांच शुरू की और अब पहली गिरफ्तारी की है. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने आरोपियों को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से गिरफ्तार किया है. हालांकि, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की अभी तक पहचान उजागर नहीं की गई है. माना जा रहा है कि सीबीआई जल्द ही इस मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार कर सकती है. देश में फैली कई वीजा परामर्श कंपनियां, उनके मालिक और एजेंट सीबीआई के रडार पर हैं.
जानकारी के मुताबिक, ये लोग सोशल मीडिया और स्थानीय संपर्कों और एजेंटों के जरिए युवाओं तक पहुंचते थे और फिर उन्हें हाई सैलरी की लालच और नौकरियों के झूठे वादे कर रूस ले जाते थे. सीबीआई को ऐसे 35 उदाहरण मिले हैं जिनमें सोशल मीडिया चैनलों और स्थानीय संपर्कों और एजेंटों के माध्यम से उच्च वेतन वाली नौकरियों के झूठे वादे का लालच देकर युवाओं को रूस ले जाया गया था.