शिलचर, 24 मई: असम के बराक घाटी में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जलसंपदा विभाग में नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर शिलचर के घुंगूर इलाके के निवासी निशीथ रंजन दास नामक एक व्यक्ति ने बराक घाटी के सैकड़ों लोगों से लगभग 42 लाख रुपये ठग लिए थे। ठगी के शिकार हुए पीड़ितों ने आखिरकार दो साल बाद उसे पकड़ने में सफलता पाई और शुक्रवार को शिलचर पुलिस के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार, निशीथ दास ने शिलचर के तारापुर इलाके के कई लोगों से नौकरी दिलाने का झांसा देकर करीब 17 लाख रुपये ऐंठे थे। पीड़ितों ने बताया कि यह रकम वर्ष 2022 में दी गई थी, जब आरोपी ने दावा किया था कि जलसंपदा विभाग में एक अदालत के आदेश के चलते जल्द ही नियुक्तियां होने वाली हैं, और उसी में उनका नाम भी जुड़वा दिया जाएगा।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला है कि यह अकेले का काम नहीं था, बल्कि एक संगठित ठग गिरोह इस धोखाधड़ी में शामिल है। निशीथ दास ने पत्रकारों से बातचीत में कबूल किया कि इस रैकेट में गुवाहाटी के एक प्रभावशाली ठेकेदार, हाईकोर्ट के एक वकील (कलिता उपनाम), और चेटिया उपनाम वाले एक व्यवसायी समेत शिलचर के भी कई लोग शामिल हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पूरे रैकेट को बेनकाब करने की दिशा में काम कर रही है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
प्रभावित लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।





















