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काछार और हैलाकांडी जिलों में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त आलोक कुमार ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना था। राज्य चुनाव आयोग के सचिव गीतार्थ बरुआ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में यह बैठक काछार जिला आयुक्त कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में आयोजित की गई।
इस महत्वपूर्ण बैठक में काछार जिला आयुक्त मृदुल यादव, हैलाकांडी जिला आयुक्त निसाद हिवरे, काछार के पुलिस अधीक्षक नुमाल महत्तो और हैलाकांडी के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान जिला आयुक्तों ने प्रशासनिक तैयारियों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि पुलिस अधीक्षकों ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर अपने विचार साझा किए।
चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर जोर
राज्य चुनाव आयुक्त आलोक कुमार ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनावों की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “लोकतंत्र की सुदृढ़ता और विश्वसनीयता चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर निर्भर करती है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हर eligible मतदाता इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले सके।”
उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती, मतदान कर्मियों के लिए व्यापक प्रशिक्षण और मतदाता जागरूकता अभियान जैसे कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही, आकस्मिक योजनाओं के माध्यम से चुनाव के दौरान किसी भी संभावित चुनौती का समाधान करने पर बल दिया। आयुक्त ने आश्वासन दिया कि राज्य चुनाव आयोग हर संभव सहायता और संसाधन उपलब्ध कराएगा।
लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प
दोनों जिलों के आयुक्तों ने पारदर्शी और कुशल चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि उनकी टीमें किसी भी चुनौती का सामना करने और सुचारू चुनाव संचालन के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
मतदाता जागरूकता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए मतदाता जागरूकता अभियान चलाने और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने पर विशेष जोर दिया गया। इसके साथ ही, चुनाव से जुड़े सभी कर्मियों के लिए उन्मुखीकरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया।
लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता
बैठक के अंत में, सभी उपस्थित हितधारकों ने सर्वसम्मति से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और एक सुचारू चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
यह पहल न केवल निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि जमीनी स्तर पर शासन को सशक्त बनाने के प्रयासों को भी मजबूती प्रदान करती है।